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May 25, 2020

एनडीटीवी और दा वायर एक और फर्जी न्यूज (चाइना प्रेम)

Fake News Propaganda Against Govt By NDTV, Wire..

Ravish Kumar With Akhilesh, Mayawati, Dhruv Rathi, His Tweet

➨ 
 केस १ - रवीश कुमार एनडीटीवी का आर्मी पर फेक न्यूज
दिनांक 23 May 2020 रात 10:36 को एनडीटीवी के एडिटर रवीश कुमार ने एक ट्वीट अपने अफिसिअल ट्विट्टर अकाउंट से किया की
"#इंडिया #चाइना भारतीय जवानों को हिरासत में लिया गया और बाद में पिछले हफ्ते चीन ने रिहा कर दिया सूत्रों ने बताया ndtv को" 
दिनांक 23 May 2020 रात 11:45 को भारतीय सेना के ऐएनआई को बताया की
"उन खबरों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी सैनिकों द्वारा गश्त करने वाली सेना को हिरासत में लिया गया था । यह सच नहीं है। भारत की सेना के सैनिकों को हिरासत में लिए जाने की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब दोनों देश गैलावन नाला क्षेत्र के आसपास पूर्वी लद्दाख में कम से कम तीन मुख्य बिंदुओं पर एक स्टैंड-ऑफ स्थिति में लगे हुए हैं। भारत की सेना और चीनी क्षेत्र कमांडर तनाव को कम करने के लिए वार्ता कर रहे हैं, हालाँकि, स्थिति में बहुत बदलाव नहीं आया है।"
Tweet By NDTV Ravish Kumar 

➨  केस २ : दा वायर ने दान को खरीद बताया और सीएम् का कंपनी के मालिक से रिश्ता
दिनांक 21 May 2020 को 'दा वायर' की 'रोहिणी सिंह' ने फर्जी आर्टिकल लिखा जिसमे अपनी शीर्षक में कहा गया की
"अहमदाबाद के वेंटीलेटर विवाद के पीछे, शीर्ष भाजपा नेताओं के लिए कनेक्शन का एक बैकस्टोरी ! फर्म, जिसके वेंटिलेटर 10 दिनों में विकसित किए गए थे और COVID रोगियों पर अप्रभावी साबित हुए थे, इसके प्रचारकों में से एक व्यवसायी परिवार के रूप में था जिसने 2015 में नरेंद्र मोदी को महंगे मोनोग्राम्ड सूट भेंट किया था। "
और उसी आर्टिकल में निचे खुद पहले पैराग्राफ में लिख रही की
"नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार राजकोट की एक फर्म से 5,000 वेंटिलेटर खरीद रही है, जिस पर पहले ही अहमदाबाद के सबसे बड़े सीओवीआईडी ​​-19 अस्पताल को सांस लेने की मशीन देने का आरोप है कि वहां के डॉक्टरों का कहना नहीं है।"
उसी आर्टिकल में तीसरा पाराग्राफ में लिखा की
"पिछले कुछ हफ़्तों से, ज्योति सीएनसी स्वचालन लिमिटेड, जिसके अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, पराक्रमसिंह जडेजा, द्वारा अहमदाबाद सिविल अस्पताल में नि: शुल्क आपूर्ति की जाने वाली सैकड़ों 'मेड इन इंडिया' वेंटिलेटर पर एक कठोर स्पॉटलाइट चालू कर दी गई है। राज्य में मुख्यमंत्री विजय रूपानी के करीबी होने के नाते।"
दिनांक 22 May 2020 को 'प्रेस ब्यूरो ऑफ इंडिया' ने एक ट्वीट के जरिये बताया की
"दावा - @Rohini_sgh ने दावा किया है @thewire_in धामन-आई वेंटिलेटर #Ahmedabad सिविल अस्पताल में घटिया हैं और खरीदा गया था ! #PIBFactCheck - #FakeNews गुजरात सरकार के अनुसार उक्त वेंटिलेटर ख़रीदे नहीं गए थे लेकिन वो दान किये गए और आवश्यक चिकित्सा मानकों के आधार पर हैं। "
दिनांक 22 May 2020 को 'दा वायर' के मालिक 'सिद्धार्थ' ने बचाव में ट्वीट किया की
"पीआईबी / पीएमओ, यू के पास पूरे दिन का समय था @thewire_in कहानी द्वारा @rohini_sgh और यह आपके 'तथ्य की जाँच' है?! मेरी प्रतिक्रिया: 1. यह गुजरात सरकार के डॉक्स हैं जिन्होंने कहा था कि वेंटटेल अच्छा नहीं है। 2. हमने कभी नहीं कहा कि गुजराती ने उन्हें "खरीदा"। 3. GoG के JRavi को यह कहते हुए उद्धृत किया जाता है कि GoI 5000 का आदेश दे रहा है!"
इसके पहले एक और ट्वीट
फर्जी न्यूज के मालिक 'सिद्दार्थ' ने किया था की
"रोहिणी सिंह फिर से हमला, मोदी सरकार खरीद रही है डोडी वेंटिलेटरों के बीच डॉट्स को जोड़ने, अपारदर्शी पीएम केयर फंड और महंगा मोनोग्राम्ड सूट एक गुज़रा कारोबारी परिवार ने 2015 में मोदी को उपहार में दिया था।" ! 
दिनांक 22 MAy 2020 को रोहिणी सिंह ने एक और ट्वीट लिखा की
"वोकल फ़ॉर लोकल का यही शक्ल होगा क्या? "आत्मनिर्भर" मतलब यह नहीं होता है कि सांसों का सौदा देसी कंपनी करे। इसका मतलब यह होता है, देश मे बनी कंपनी जिंदगी में सांस दे। वेंटिलेटर में यह गड़बड़ी न सिर्फ बड़ा घोटाला है, अमानवीय भी है।"

All Tweets By Siddharth, A Fake News Portal And Its Article
 

MIT Ventilator, America (8000 Rs)
➨ अमेरिका की एक कॉलेज ने सस्ता देसी वेंटिलेटर
दिनांक 24 Mar 2020 को मेसाचुसेट्स प्रौद्योगिक संस्थान जो की कैम्ब्रिज अमेरिका में है ! उसने एक वेंटिलेटर बनाया था 100 डालर मतलब 8000 रु में बनाया ! आप खुद देखे कैसा है ये वेंटिलेटर जो अमेरिका दुनिया सबसे आगे उसने बनाया और वो यूज कर रहा लेकिन हमारे यहाँ कमुनिस्ट और कांग्रेसी सोच एक तरफ कहती मोदी सरकार विदेशों को देश बेचे दे रही दूसरी तरह रोहिणी सिंह दा वायर कह रहे लोकल ! लोकल क्यों ! ये भारत का नहीं अमेरिका का है एक बात ये वेंटिलेटर भारत को देस्खकर बनाया गया है ! लेकिन भारत में चाइना के समर्थक इनको चाइना का वेंटिलेटर चाहिए क्युकी चाइना इनको पीछे से पैसा देता है
 Mit वेंटिलेटर का सबूत क्लिक करे 


➨  सवालो के जवाब और फर्जी न्यूज पर सवाल  
१- आर्टिकल में बताया गया बीजेपी से कनेक्सन है ?? रोहिणी ने सीएम विजय रूपानी पर आरोप लगाये की उसका रिश्ता है ??
२- फ्री में मिले वेंटिलेटर खराब खरीद बता रहा सिद्धार्थ ऊपर से पीएम केयर के पीछे क्यों पड़ा है ?? याद आया किसका मुद्दा था 
३- क्या सिद्धार्थ बात घुमा के वेंटिलेटर पर ला रहा पी एम् मोदी को टारगेट कर रहा ??
४- रोहिणी ने अपने पहले पैराग्राफ में लिखा ख़रीदे जा रहे है ये तो नहीं लिखा दान किये जा रहे ! पीआईबी ने उसी को फेक न्यूज बताई ??
५- क्या एन लोगो को कांग्रेस शासित राज्य में एक भी आर्टिकल कांग्रेस की जननी से करते देखा है ??
६- एक ट्वीट में बोल रहा की मैंने खरीद नहीं बोला दूसरे में बोला रहा मोदी खरीद रहा ??
७- आपके पास खाने को नहीं हो और मेहमान आ जाये तो ये नहीं कहते मलाई कोपता बना दो सही पनीर बना दो ??
८- जैसा देश ६५ सालो में कांग्रेस ने बनाया वही तो है सबको आमिर , दुनिया की सबसे धाशु पत्रकार, दुनिया के सबसे बड़ा मेनुफेक्चरिंग हब ??
९- इनलोगों को देसी होने में दिक्कत क्या कितना पैसा मिलता है विदेसी कंपनी से ??
१०- अब समय आ गया इनके फंड का भांडा फोड करना होगा ?? और ये सब पागल हो चुके है ! याद होगा पहले मोनी बाबा विदेश जाते था तो पूरा मीडिया हॉउस घूमता था साथ में लेकिन अब नहीं सिर्फ डीडी !
११- सारे ऑनलाइन फेक्ट चेक करने वाले मर गए जाब एनडीटीवी ने जवान को लेकर फर्जी अफवाह उडाई जिसको आर्मी ने निराधार बताया ??
१२- ये लोग "पीआईबी", "भारतीय सेना" सबकी बात नहीं मानेंगे लेकिन मानेंगे किसकी फास्ट चेकर और सूत्र की ?? सेल ये सूत्र क्या कांग्रेस और चाइना के घर से पैदा होते ??


नोट : 
१- "PIB प्रेस ब्यूरो ऑफ इंडिया" एक सरकार संस्था है जो सरकार की सभी जानकारी प्रेस में देती है ! इससे सटीक कोई जानकारी नहीं और कहीं नहीं
२- इतिहास उठा के देखो कमुनिस्ट ने भारतीय सेना का कभी साथ दिया ही नहीं क्यों !
३- इसके पहले भी 'सिद्धार्थ' दा वायर ने योगी सरकार के खिलाफ फर्जी न्यूज चलाई थी योगी ने FIR करदी थी अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे

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