Congress, Samajwadi & Liberals Started Controversy On Corona Vaccine
केंद्र सरकार ने भारतीय कंपनियों को मंजूरी दी
दिनांक 03 Jan 2021 को डीसीजीआई (ड्रग्स कंट्रोलर ऑफ इंडिया) ने भारतीय कंपनी ‘सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया’ द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन ‘कोविडशील्ड’ और भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवाक्सिन’ को आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है ! डीसीजीआई ने बताया, “पर्याप्त परीक्षा के बाद, सीडीएससीओ ने विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के स्वीकार कर दोनों के टीकों को आपात स्थिति में उपयोग करने की इजाज़त दी गई है !” दिनांक 01 Jan 2021 को सीरम इंस्टिट्यूट के टीका को आपातकाल उपयोग के लिए सिफारिश की गई थी जबकि भारत बायोटेक के टिके को दिनांक 02 Jan 2021 को प्रतिबंधित उपयोग के लिए सिफारिश की गई थी ! दोनों टीकों का दो खुराक दी जानी और संग्रहित करने के लिए 2 से 8 डिग्री के बीच का तापमान होना चाहिए !
It would make every Indian proud that the two vaccines that have been given emergency use approval are made in India! This shows the eagerness of our scientific community to fulfil the dream of an Aatmanirbhar Bharat, at the root of which is care and compassion.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2021
डीसीजीआई ने बताया, दोनों फर्मो ने अपने ‘ट्रायल रन’ का डेटा जमा किया इसलिए इन्हे अनुमति दी गई है ! टिका 110% सुरक्षित है और हर टिके में हलके बुखार, दर्द और एलर्जी जैसी कुछ दुष्प्रभाव होना आम बात है ! उन्होंने आगे बताया, “लोग नपुंसक हो सकते है” यह एक पूर्ण बकवास के सिवा कुछ नहीं है ! [1] डब्लूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने मोदी सरकार के इस कदम का स्वागत किया है ! इधर दूसरी तरफ, बसपा सुप्रीमो मायावती जी ने इस टीकों का स्वागत किया और बधाई भी दी ! भारत बायोटेक ने 23,000 स्वयंसेवकों की सफल भर्ती की घोषणा की है, इसके बावजूद भारत में कई साइटों पर COVAXIN के चरण -3 नैदानिक परीक्षण के लिए 26,000 प्रतिभागियों के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में प्रगति जारी है । एक खास बात, सीरम इंस्टिट्यूट दुनिया के लिए टीकों बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है !
WHO welcomes India's decision giving emergency use authorization to #COVID-19 #vaccines -
— WHO South-East Asia (@WHOSEARO) January 3, 2021
Dr Poonam Khetrapal Singh, Regional Director,
WHO South-East Asia Region pic.twitter.com/jyQGI6Gymp
कांग्रेस, समाजवादी, वामपंथी और उदारवादी के पेट में दर्द
मोदी सरकार ने कोरोना टीकों के भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट को आपात इस्तेमाल करने की मंजूरी के बाद, कांग्रेस-समाजवादी-वामी-उदारवादी ने भारतीय टीकों पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिये है जिसमे कोई भारतीय टिके होने पर, कोई नामर्द होने पर, कोई टेस्टिंग पर, कोई तीसरे चरण के पहले मंजूरी देने पर, आदि आदि ! इसमे तो कुछ लोग ऐसे भी शामिल है जो विदेशी टीकों का समर्थन कर जिन्होंने भारत के लोगो पर परीक्षण नहीं किया है ! नीचे पढ़िए किसने क्या कहा
- कांग्रेसी नेता शशि थरूर : “स्वदेशी” वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है !
- समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव : मै बीजेपी की वैक्सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूँ, जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को फ्री में टीका लगेगा ! हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवा सकते !
- समाजवादी पार्टी के एक एमएलसी आशुतोष पठक : जो वैक्सीन लगवाएगा वो नपुंसक बन सकता है, इसलिए यूपी की जनता न लगवाए वैक्सीन !
- कांग्रेसी नेता रशीद अल्वी : इस वैक्सीन का इस्तेमाल विपक्ष के नेताओं के खिलाफ भी हो सकता है ताकि विपक्ष को खत्म किया जा सके !
- कांग्रेसी नेता सलमान निजामी : वैक्सीन एक धोखा है !
- वामपंथी नेता सुनील चोपड़ा : जी न्यूज़ की डिबेट पर, यह जो वैक्सीन बनी है भारत में, ये सही नहीं है, यह सायंटिफिक नहीं है !
- दा वायर पत्रकार रोहिणी : भारत में उपयोग के लिए विदेशी दवाई फाईजर और माडर्ना टीकों को मंजूरी देने में क्या समस्या है !
- दा प्रिंट पत्रकार संध्या रमेश : भारतीय टिके को सीडीएससीओ द्वारा इजाज़त नहीं दी ! लोगो पर पर्याप्त परीक्षण नहीं किया गया जो बिलकुल प्रभावी नहीं था !
- आजतक पत्रकार राजदीप : कोवाक्सिन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिलती है, लेकिन निश्चित रूप से हमें अधिक जानकारी की आवश्यकता है ! तीसरे चरण अभी भी जारी है ! मुझे स्पष्टीकरण की जरुरत कैसे और क्यूँ इजाजत दी गई !
- राहुल गाँधी समर्थक साकेत : (डीसीजीआई के लिए) जब आप 110 प्रतिशत की बात करते जिसमे प्रतिशत का मतलब 100 होता सिर्फ इसलिए यह बकवास है ! पीएम केयर के बाद वैक्सीन घोटाला !
संदर्भ
[1] दो भारतीय कंपनी को मंजूरी दी