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May 12, 2020

भारत ने बनाई Made In India एंटीबॉडी टेस्टिंग किट और उत्पादन के लिए गई

लोंकडाउन में भारत ने बनाई खुद की एंटीबोडिईस का पता लगाने वाली किट 

RT-PCR Test (Photo : GettyImages)

Dr Harsh Vardhan Tweet (Photo : Twitter)

 दिनांक May 11 2020, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पहले ट्वीट के जरिये बताया की
"पुणे में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलाजी (NIV) ने कोरोना के लिए पहली स्वदेशी एंटीबॉडी का पता लगाने वाली किट को सफलतापूर्वक विकसित किया है ! यह मजबूत परीक्षण कोरोना संक्रमण के संपर्क में आने वाली जनसँख्या के अनुपात की निगरानी में महत्पूर्णभूमिका निभाएगी !
 ट्वीट को देखने के लिए : Click Here 


Dr Harsh Vardhan Tweet (Photo : Twitter)
फिर दूसरे ट्वीट में बताया की 
"इस किट को मुंबई में दो स्थलों पर मान्य किया गया था और इसमे उच्च संवेदनशीलता और सटीकता है ! इसके अलावा, इसे 2.5 घंटे में एक साथ 90 नमूने का एक साथ परीक्षण करने का लाभ है , ताकि स्वास्थ्य सेवा परवर अपने रोगियों के अतिजरुरी पथ पर अगले कदमो के साथ जल्दी से आगे बढ़ सके !"

Dr Harsh Vardhan Tweet (Photo : Twitter)

फिर तीसरे ट्वीट में बताया की 
"जिला स्तर पर भी Elisa IgG आधारित परिक्षण आसानी से संभव है ! केंद्र सरकार और इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने Zydus Cadila को उपादान की तकनीक स्थानांतरित कर दिया है ! ड्रग्स कण्ट्रोल जनरल ने Zydus Cadila को उत्पादन और मार्केटिंग करने की अनुमति दे दी है !"
Zydus Cadila ने कहा की 
"इस प्रशिक्षण किटों के उत्पादन में तेजी लेन के लिए लगातार चुनौती ली है ताकि उन्हें जल्द से जल्द उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जा सके, इसने इसे रिकॉर्ड समय में 'Make In India' का एक आदर्श उदहारण बताया " 

 इसकी जरुरत क्यों पड़ी क्युकी भारत ने कुछ दिन पहले चाइना से ये किट माँगा रहा था चाइना की दो कंपनी से ये किट्स आ रही थी जिसमे एक का नाम "Guangzhou Wondfo Biotech" और दूसरे का नाम "Zhuhai Livzon Diagnostics" ! ये दोनों कंपनी ने बड़े पयमाने में खराब किट्स भेजी थी  जिसकी सिकायत बहुत प्रदेश ने की ! बताया जाता है की प्रशिक्षण के परिणामों की सटीकता में भारी भिन्नता पाई गई - 6% से 71% तक ! इसको देखते ही केंद्र सरकार ने इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलाजी (NIV) इनको ये काम सौपा ! जिन्हों ने एक महीने में ये कर दिखाया ! जब भारत की सरकार ने चाइना की सरकार से बोला ये किट्स खराब है ! तो चाइना उल्टा भारत से कहने लगा की
"आप हमारी टेस्टिंग किट्स को खराब नहीं कह सकते और हमारा ब्रांड खराब नहीं करिये ! आपने इसको सही से इस्तेमाल नहीं किया !" 

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