CII Said Indian Economy Shows Positive Signals
![]() |
CII Signaling V Shape Recovery & ICEA Increasing Export |
केस १ : भारतीय उद्योग परिसंघ ने अर्थव्यवस्था मे बताया सुधार
दिनांक 28 Jul 2020 को भारतीय उद्योग परिसंघ ने मंगलवार को बताया की भारत की अर्तव्यवस्था मे उच्च आवृत्ति संकेतक सामग्री सुधार दिखा रहे है और कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था मे लाकडाउन के बाद वी-आकार की वसूली पर इशारा करते है ! जीएसटी सग्रंह, रेलवे माल दुलाई, पेट्रोल की खपत, बिजली की मांग, इलेक्ट्रोनिक टोल संग्रह, सहित अन्य की वजह से वसूली के संकेत दे रहा है ! हांलाकि अभी भी जल्दी, ये वास्तव मे आशाजनक संकेत है, लाकडाउन के तत्काल बाद मे वी-आकार की वसूली की और इशारा करते हुए !
![]() |
Gst Collection Recovering As Per Govt Record |
हालांकि, वसूली के शुरुआती संकेत उत्साहजनक हैं, इन पर निर्माण करना महत्वपूर्ण है, सभी पॉलिसी लीवर को तैनात करके, उन्होंने कहा कि व्यावसायिक गतिविधियों को थोपने से जुड़ी अनिश्चितताओं को दूर करके कार्य करने की अनुमति दी जानी चाहिए? मिनी लॉकडाउन ! इस वर्ष, कृषि क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है ! [1]
भारतीय उद्योग परिसंघ एक गैर-सरकारी, लाभ-रहित, उद्योग-आधारित और उद्योग-प्रबंधित संघठन है ! इसमे 9000 से ज्यादा प्रत्यक्ष सदस्य साथ मे 265 निजी एसएमई और बहुरास्ट्रीय कम्पनीयों और 300000 से ज्यादा उद्योगों की अप्रत्यक्ष सदस्य है ! उदय कोटक (कोटक महिंद्रा) इसके अध्यक्ष और टीवी निर्रेद्रण (टाटा स्टील) उपाध्यक्ष है ! इस संस्था की विदेश ( अफ्रीका, बंगलादेश, कनाडा, चीन, जर्मनी, इटली, जापान, नेपाल, पाकिस्तान, रूस, श्री लंका, मालदीव और अन्य ) मे भी काम करती है ! [2]
![]() |
ICEA Increasing Jobs & Mobile Exports |
केस २ : भारतीय कंपनी सहित एप्पल, सैमसंग ने आवेदन किया पीएलआई सूची मे
दिनांक 01 Aug 2020, को भारत सरकार के इलेक्ट्रोनिक्स और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारत मे एप्पल और सेमसंग का स्वागत करते हुए 41000 करोड़ की ‘प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव (PLI)’ योजना के लिए स्वस्थ प्रतिक्रिया की घोषणा की ! चीन की कोई भी कंपनी ने इस योजना के तहत आवेदन नहीं किया है ! भारत के पड़ोसी देशो के लिए निवेश और सुरक्षा के संबंध मे नियमों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है ! सुरक्षा और निवेश पर इन नियमों का अनुपालन करने की आवस्यकता होगी ! इस योजना के तहत 22 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे ! जिसमे विदेशी कंपनी सेमसंग, फोक्सकान, राइजिंग स्तर (जो कई मोबाइल फर्मो के लिए उपकरण बनाती), एटी&एस (जो सर्किट बोर्ड बनाती), एस्सेंट सर्किट (जो सर्किट बोर्ड बनाती), विजिकान, और स्थानीय कंपनी लावा, डिक्सन, मिक्रोमक्स (भगवती), सोजो, ऑप्टिमस, पद्गेत इलेक्ट्रोनिक्स शामिल है !
मंत्रालय ने यह बताया की इलेक्ट्रोनिक्स घटकों के विनिर्माण को बढावा देने के उद्देश्य से इलेक्ट्रोनिक्स विनिर्माण कलस्टर (इएमसी) योजना के लिए 40 से अधिक आवेदन भी प्राप्त हुए है ! सरकार ने अनुमान लगाया की अगले पांच वर्ष मे यह 11.5 लाख करोडो रुपये के मोबाइल और घटकों का उत्पादन करेगा और 7 लाख करोड रुपये के अधिक मूल्य के मोबाइल और घटकों का निर्यात किया जायेगा ! जिससे प्रत्यक्ष रूप से 3 लाख और अप्रत्यक्ष रूप से 9 लाख नौकरियों की सृजन होगी ! सरकार ने बताया की एप्पल और सेमसंग दुनिया के कुल ६०% हिस्सा बेचती है और इस स्कीम के तहत पांच स्थानीय और पांच विदेशी कंपनी को बढावा देंगे ! [3] [4]
भारत सेलुलर एंड इलेक्ट्रोनिक्स एसोसिएसन (ICEA) के अनुमानों के मुताबिक मोबाइल फोन कंपनियां सरकार की 11 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की तुलना मे पीएलआई के तहत देश मे उपकरणों का उत्पादन 27.5 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ जायेगी ! उद्योग निकाय भारत सेलुलर एंड इलेक्ट्रोनिक्स एसोसिएसन (ICEA), जो एप्पल, फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन, लावा, आदि जैसे शीर्ष मोबाइल फोन निर्माताओं का प्रतिनिधित्व करता है, ने कहा की कंपनियां पिएलाई योजना के तहत 11000 करोड़ के निवेश किये है और वो 2.0 से 2.5 गुना तकविनिर्माण अनुमानों को पार कर जायेगा ! [5]
संदर्भ