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Aug 3, 2020

विदेश नीति : भारत ने सुधारी अपनी पुरानी गलती और भेजा चिकित्सा मदद

India started making relation with North Korea & send medical assistance


2 Photo While Giving Medical Assistance To North Korea Dt 27 Jul 2020 - IndianEmbassy Pyongyang
Dt 27 Jul 2020 Photo While Giving Medical Assistance To North Korea. 
(Photo Credit : IndianEmbassy Pyongyang)
उत्तर कोरिया को भेजा चिकित्सा सहायता
दिनांक 25 Jul 2020, को भारत सरकार ने अपनी नीति मे बदलाव करते हुए उत्तर कोरिया को चिकित्सा सहयता भेजी है जिसकी कीमत 7.5 करोड़ रूपए है! उत्तर कोरिया के प्योंगयांग मे भारतीय दूतावास ने बताया की विश्व स्वास्थ्य संघठन (WHO) के अनुरोध पर भारत सरकार ने उत्तर कोरिया को एंटी-ट्यूबरकुलोसिस दवा भेज दी !

भारत ने डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) में चिकित्सा आपूर्ति की स्थिति की कमी के प्रति संवेदनशील है और एंटी-ट्यूबरकुलोसिस दवाओं के रूप में 1 मिलियन अमरीकी डालर की मानवीय सहायता देने का फैसला किया है ! डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि की उपस्थिति में डीपीआरके अतुल मल्हारी गोत्सुर्वे को भारतीय राजदूत द्वारा दवाओं की खेप डीपीआरके अधिकारियों को सौंप दी गई। [1]


Dt 27 Jul 2020, Photo While Giving Medical Assistance To North Korea
(Photo Credit : IndianEmbassy Pyongyang)
नीति को परिवर्तन इस लिए भी किया गया क्युकी दूसरी तरफ चीन भारत के पडोसी से अपने रिश्ते सुधार कर भारत के खिलाफ खड़ा कर रहा ! भारत से रिश्ते कम होने से उत्तर कोरिया दुनिया से अलग थालग पड़ता गया और चीन के ऊपर ज्यादा निर्भर हो गए वहीँ पिछली सरकार की नीति को पलटते हुए चीन के पडोसी ‘कोरिया’ से अब रिश्ते सुधारने जरुरत पड़ गई ! जब नेपाल जैसे देश भारत के खिलाफ हो सकता है तो उत्तर कोरिया क्यों नहीं ! उत्तर कोरिया भी चाहता है भारत से रिश्ते बड़े हो इसके साथ साथ जापान और दक्षिण कोरिया भी चाहता है क्युकी अगर भारत के रिश्ते दोनों देशो से अच्छे होंगे तो कल को दक्षिण कोरिया, जापान को कुछ समाधान चाहिए हो तो कम से कम तीसरा चैनल खुला रहेगा और जापान, उत्तर कोरिया का चीन पर भरोसा नहीं है !


India’s envoy to North Korea Atul Malhari Gotsurve - Facebook
India’s envoy to North Korea Atul Malhari Gotsurve - Facebook
पिछली सरकारों ने चीन के डर से रिश्ते खत्म किये
दिनांक 13 Jun 2012 को भारत सरकार के विदेश मंत्री ‘एस एम कृष्णा’ जो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन के साथ काम कर रहे थे तब उन्हें ने उत्तर कोरिया से संबंध को बिगाड़ने चालू किया जिसमे उन्होंने विदेश मंत्रालय के एक स्टेनोग्राफर को दूत बना दिया था जो एक काउंसलर भी नहीं थे ! जिसके साथ आजतक रिश्ते खराब होते गए सिर्फ चीन के डर से ! [2] 


Atul Malhari Gotsurve with MoS External Affairs VK Singh - Facebook
Atul Malhari Gotsurve with MoS External Affairs VK Singh - Facebook
नई सरकार ने नया राजदूत को उत्तरकोरिया मे भेजा
दिनांक 23 May 2018 को भारत सरकार ने उत्तर कोरिया मे नए आईएफएस अधिकारी ‘अतुल मल्हारी’ को राजदूत के रूप मे भेजा ! इस नियुक्ति के कुछ समय बाद, उन्होंने दक्षिण कोरिया के राजदूत को खबर दी गई क्युकी दक्षिण कोरिया भारत के गहरे संबंध है ! भारत ने अमेरिकी प्रशासन को भी बता दिया था ! भारत इसलिए इन दो देशों को बता रहा था क्युकी कहीं उत्तर कोरिया के वजह से दक्षिण कोरिया की दोस्ती मे खटास ना आ जाए ! भारत सरकार ने अपने रिश्ते सुधारते हुए मंत्री जनरल वीके सिंह को भी दो दिन यात्रा पर भेजा




संदर्भ 


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