Engineering A Revolution
महामारी में गई जॉब, लेकिन बदल दिया अवसर में
दिनांक 10 Sep 2020, जीरकपुर, पंजाब में रहने वाला ४० साल का युवक ‘धनि राम सग्गू’ की विदेश में महामारी के बीच (मार्च) में जॉब चली गई ! सग्गू ने भारत वापस आकर तय किया की वो डिप्रेशन में नहीं जाने का फैसला किया और कुछ नया करने की सोचा ! सग्गू ने चंडीगढ़ में एक ‘नूर इंटीरियर’ नाम की दुकान खोलकर, वहाँ दरवाजे, खिडकी, अलमारी, आदि के काम ‘कोठियों’ (बड़े घर) के लिए काम करने लगा लेकिन महामारी (जनता का खर्च ना करना) में ये काम भी ठप पड़ता जा रहा था ! सग्गू के दो बच्चे (14 और 16 साल) जो गांव में रहते है !
सग्गू ने महामारी की बंदी के समय ‘ईको फ्रेंडली साइकिल’ बनाने का विचार आया ! सग्गू ने भारत के पहाड़ियों में उपलब्ध लकड़ी जो सागोन की तरह मजबूत, साथ में हलकी थी ! इस साइकिल को बनाने में करीब चार महीने लग गए ! उसके दोस्त ‘संजीव’ ने उसकी पहली साइकिल खरीदी जिसकी कीमत 15000 रु है जो करीब 25 किलोमीटर रोज जा सकती है ! सग्गू का आइडिया चल गया और अब उसके पास कनाडा से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक से ऑर्डर आ रहे है ! सग्गू से साइकिल खरीदने और जानकारी के लिए नम्बर 7087697652 पर संपर्क करे ! [1]
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AtmaNirbhar Story, Punjab Youth First Phototype. |
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संदर्भ
[1] पंजाब की प्रेरणादायक कहानी