NBSA Ordered To Aajtak, Also Double Standard Of Journalism
केस 1: NBSA ने सुशांत पर झूठ को लेकर दिया आजतक को आदेश
दिनांक 23 Oct 2020 को ‘न्यूज़ ब्रोडकास्टर्स एसोसिएशन NBSA’ ने सुशांत मामले में आजतक (इंडियाटुडे ग्रुप) द्वारा ‘तीन ट्विट’ वाला झूठ फ़ैलाने पर एक लाख का भुगतान और दिनांक 27 Oct तक माफ़ी मांगने के आदेश दिए है ! आजतक न्यूज़ चैनल ने जून में बताया था की ‘सुशांत ने मरने के पहले तीन ट्विट किये थे और उसके बाद डिलीट कर दिए थे’ जिसपर निलेश नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी ! आदेश में बताया गया की आजतक को बड़े बड़े टेक्स्ट लिखे माफ़ीनामे को प्रसारण करे साथ में एक आवाज़ धीमे धीमे उसको पढ़ना चाहिए जिसमे यह लिखा है की [1]
“सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या से सम्बंधित घटनाओं पर रिपोर्टिंग के दौरान ‘आज तक’ चैनल ने कुछ ट्वीट्स दिखाए थे और उन ट्वीट्स को गलत तरीके से सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट्स करार दिया था। हमने उन्हें वास्तविक ट्वीट्स बताया था। ऐसा कर के हमने एक्यूरेसी से सम्बंधित ‘स्पेसिफिक गाइडलाइन्स कवरिंग रिपोर्टेज’ के अनुच्छेद-1 का उल्लंघन किया है। इस अनुच्छेद में कहा गया है कि सूचनाओं की एक से ज्यादा सोर्सेज से पुष्टि की जानी चाहिए। अगर समाचार एजेंसियों से कोई सूचना मिल रही है तो इसका जिक्र किया जाना चाहिए और संभव हो तो उसकी पुष्टि भी की जानी चाहिए। आरोपों को एक्यूरेसी के साथ पेश किया जाना चाहिए और फैक्ट्स में हुई ग़लतियों को जल्द से जल्द सुधारा जाना चाहिए।“
इसके साथ ‘इंडिया टीवी’, ‘जी न्यूज़’ और ‘न्यूज 24’ को भी सुशांत मामले में पत्रकारिता के सिद्धांतों का उल्लंघन के लिए माफ़ी मांगने को कहा गया है ! इन सभी न्यूज़ चैनल को 27 Oct तक जबकि सिर्फ ‘न्यूज़ 24’ को 29 Oct तक माफ़ी मांगने को कहा ! इन चैनलों में, ‘न्यूज़ 24’ ने ‘छिछोरा’ फिल्म को लेकर शीर्षक ‘सुशांत, आपने अपनी ही फिल्म क्यूँ नहीं देखी ?’ और ‘जिस चीज के लिए आपने फिल्म में आवाज उठाई, उसे अपनी वास्तविक जिंदगी में भूल गए’ चलाये थे वही ‘जी न्यूज़’ ने शीर्षक ‘सुशांत की मौत पर 7 सवाल’ और ‘पटना का सुशांत मुंबई में फेल क्यूँ?’ चलाये थे ! वही एक और चैनल जिसका नाम हाथरस में आजतक के साथ मामले में भी आ रहा था वो है एबीपी न्यूज़ जिसे एजेंसी ने सुशांत की मृत शरीर की तस्वीर दिखाई जाने वाले वीडियो को भी हटाने को कहा है ! इन सभी चैनलों को माफ़ी मांगने और वीडियो हटाये जाने के सबूत भी एजेंसी को भेजने होंगे ! [1]
#SSRCase : NBSA directs "Aaj Tak" channel @aajtak to air an apology on October 27 at 8 PM and to pay a fine of Rs One Lakh for attributing fake tweets to late actor #SushantSinghRajput and reporting them as his last tweets. pic.twitter.com/LvsKBrbSeD
— Live Law (@LiveLawIndia) October 23, 2020
केस 2: आजतक का बिहार रैली को लेकर दोहरा चरित्र और ड्रामा
हाल ही में वामपंथी समर्थक और स्व-घोषित ईमानदार पत्रकार सागरिका घोष का रैली को लेकर दोहरा चरित्र दिखाया था ! आज ‘आजतक’ न्यूज़ चैनल (जो इंडियाटुडे का ही हिस्सा है) पर एक लाख का आदेश और सुशांत मामले में झूठ पर माफ़ी मांगने पर आदेश आया है ! फिर कल आजतक का दोहरा चरित्र सामने आया है ! दिनांक 20 Oct 2020 को आजतक ने तेजस्वी यादव की रैली को लेकर एक ट्विट के न्यूज़ पोस्ट की जिसमे चैनल ने उसी तरह (सागरिका घोष) बताने की कोशिश की “बिहार में तेजस्वी यादव की लहर का संकेत तो नहीं !” जबकि न्यूज़ में अंदर बताते है की “तेजस्वी यादव की बिहार में अलग ही तस्वीर नजर आ रही है, तेजस्वी की रैलियाँ में भीड़ देश हर कोई हैरान है !” [2] [3]
आजतक की पत्रकारिता पर सवाल तो उठेंगे ही क्युकी ठीक 48 घंटे बाद बॉलीवुड का नशा उतारते ही, दिनांक 23 Oct 2020 को सीएम नीतिश की मुजफ्फरपुर की रैली के बारे में ट्विट करते हुए लिखा की “चुनावी सभा में सोशल डिस्टेंसिंग की उडी धज्जियाँ !” इसी में आर्टिकल में लिखते है की “इस दौरान चुनावी सभा के लिए चुनाव आयोग के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन नहीं होते दिखा, उनके सामने बैठी भीड़ कोरोना से बचाव की नियम नहीं इस्तेमाल हो रहे है, चुनावी सभा में सोशल डिस्टेनसिंग की जमकर धज्जियाँ उडाई गई !” साथ में जनता पर ही सवाल उठाते हुए लिखा की “ना तो कोरोना का असर, ना सामाजिक दूरी का, ना मास्क पहनने की !” [4][5]
इसी लिए आजतक की टीआरपी समय के अनुसार गिरना शुरू हो गई जिसमे इंग्लिश न्यूज़ चैनल इंडियाटुडे को ऊपर लिस्ट में नहीं है जबकि हिंदी न्यूज़ चैनल ऊपर से नंबर वन था लेकिन समय के अनुसार दोनों चैनलों की दोहरी पत्रकारिता से टीआरपी गिरती जा रही है ! एक तरफ नीतिश के लिए भीड़ के समय सोशल डिस्टेंसिंग याद आ रही वही दूसरी तरफ तेजस्वी यादव की भीड़ में बिहार का परिवर्तन नजर आ रहा है ! ऐसे न्यूज़ चैनल को देखना जनता को बंद कर देना चाहिए अपना समय ना बर्बाद करे प्रोपगंडा न्यूज़ चैनल को देखकर ! हाथरस में भी आजतक न्यूज़ चैनल ने कांग्रेस के फिल्डिंग करते नजर आई और भाभी को चेहरा तक छुपाने में पकड़ी गई थी !
नोट : यहाँ किसी का समर्थन नहीं, चुनाव में भीड़ का वोट रिजल्ट आने के बाद पता चलेगा की भीड़ ने वोट दिया ! यहाँ बात न्यूज़ एजेंसी का दोहरा चरित्र की !
संदर्भ
[1] न्यूज़ एजेंसियों पर जुर्माना और माफ़ी
[3] तेजस्वी पर आजतक की न्यूज़ रिपोर्ट