World Getting Its Own Pappu Like India
पाकिस्तान को भी मिला अपना पप्पू
दिनांक 27 Oct 2020 को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सर्वसम्मत प्रस्ताव के माध्यम से प्रधानमंत्री इमरान खान ने फ्रांस के राष्ट्रपति ‘इमैनुएल मैक्रान’ द्वारा बयान के विरोध में फ्रांस में अपने राजदूत को वापस बुला लेने को कहा ! इस प्रस्ताव को पास करवाने में पाकिस्तान के विदेशी मंत्री ‘शाह महमूद कुरैशी’ भी शामिल थे ! इमरान खान ने फ्रांस के राष्ट्रपति पर हमला करते हुए कहा की यह दुर्भाग्यपूर्ण है की उन्होंने इस्लाम पर हमला करने वाले आतंकवादियों के बजाय इस्लाम पर हमला करने के लिए इस्लामोफोबिया को प्रोसाहित करने के लिए चुना है ! [1]
इमरान सरकार ने जिस प्रस्ताव को पारित करके फ्रांस से राजदूत को वापस बुलाने की बात कर रहे है असल में इमरान सरकार ने तीन महीने पहले ही फ्रांस से अपने राजदूत ‘मोईन-उल-हक’ को बुलाकर चाइना में राजदूत के रूप में तैनात कर चुके थे जबकि अब फ्रांस में राजदूत ही नहीं है ! पाकिस्तान ने अभी तक कोई भी राजदूत को वहाँ तैनात नहीं किया है ! पाकिस्तान की इस हरकत से पूरी दुनिया में किरकिरी हो रही है जहाँ प्रधानमंत्री से लेकर विदेश मंत्री को या तो ये नहीं पता था या जानबूझकर अपनी किरकिरी कराने में महारत हासिल है ! [1]
असल में, फ्रांस में कुछ दिन पहले एक मुस्लिम युवक ने अपने टीचर को पैगंबर मोहम्मद की कार्टून फोटो दिखाने पर ही मौत के घट उतार दिया जिसके बाद फ्रांस की सरकार ने शक्त और सही कदम उठाते हुए वहाँ के कई मस्जिदों को बंद कर दिया साथ में हमले को इस्लामिक आतंकवाद करार दिया है ! फ़्रांस के राष्ट्रपति ने दुनिया में होती हलचल को देखते हुए शक्त कदम उठा रहे है क्युकी दुनियाभर में हाली में बढती घटनाये दिखाती की दुनिया में इस्लामिक आतंकवाद बढ़ता जा रहा जिसके कई उदाहरण है जैसे स्वीडन में हुए ईसाई-मुस्लिम दंगे, नॉर्वे में ईसाई-मुस्लिम हुए दंगे, भारत में हुए हिंदू-मुस्लिम दंगे, अमेरिका में हुए दंगे शामिल है !
संदर्भ