News Agency Like NDTV PTI HINDUSTAN Doing Biased Reporting.
केस 1 : पीटीआई और एनडीटीवी के ऊपर लगातार उठ रहे सवालिया निशान
दिनांक 14 Oct 2020 को मध्यप्रदेश भोपाल में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना जिसमे एक नाबालिक लड़की के साथ तीन मुस्लिम लड़कों (फुजैल, फरहान और रिजवान) ने बलात्कार किया था ! नाबालिक लड़की की मुलाकात पब्जी के माध्यम से दोस्ती हुई थी ! युवकों ने अशोक गार्डन इलाके की रहने वाली लड़की के साथ फोन पर बातचीत शुरू कर दी थी ! पिछले महीने युवक ने घूमने के बहाने उसको गौतम नगर एक फ्लेट में ले गया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया ! महीने में युवकों ने कई बार सामूहिक दुष्कर्म किया साथ में वीडियो भी रिकॉर्ड किया ! नाबालिक ने डर के चलते किसी को नहीं बताया लेकिन एक दिन उसने अपनी माँ से बताई बात फिर दोनों ने थाने में रिपोर्ट लिखाई ! [1]
लेकिन सवालिया निशान तो इन चैनलों के ऊपर खड़ा होता जो अपने चैनलों पर अगर हिंदू रेपिस्ट होता तो नाम दिखाते है लेकिन अगर मुसलमान होता तो नाम छुपा लेते है ! इसके उदाहरण देखिये !
- एनडीटीवी वेबसाइट पर पीटीआई द्वारा लिखा लेख का शीर्षक : 12 वर्षीया भोपाल की लड़की को कथित रूप से ब्लैकमेल किया गया, तीन पुरुषों में उसका शोषण किया वह ऑनलाइन मिले थे !
नोट : लेख में कहीं भी मुस्लिम युवकों का नाम नहीं लिखा है ! [2] - हिंदुस्तान टाइम्स वेबसाइट ने लिखा शीर्षक : पब्जी गेम के दौरान भोपाल में नाबालिक से दोस्ती, गैंगरेप और ब्लैकमेल !
नोट : लेख में कहीं भी मुस्लिम युवकों का नाम नहीं लिखा है ! [3] - फस्टपोस्ट वेबसाइट ने लिखा शीर्षक : भोपाल में नाबालिक लड़की से पब्जी पर दोस्ती, तीन पुरुषों ने किया गैंगरेप पुलिस के गिरफ़्त में आरोपी !
नोट : लेख में कहीं भी मुस्लिम युवकों का नाम नहीं लिखा है ! [4] - कुछ मीडिया ने तो उसपर आर्टिकल ही नहीं लिखे !
Thankful to the Prasar Bharati Board Members for several key decisions earlier today on new content development, resolving long pending commercial disputes, rationalising expenditure on news agencies and technology investments to better utilise satellite capacity. https://t.co/foQ3tyFQXz
— Shashi S Vempati (@shashidigital) October 15, 2020
केस 2 : प्रसार भारती ने पीटीआई और यूएनआई के साथ सहयोग तोड़ने का फैसला
दिनांक 16 Oct 2020 को भारत सरकार की ‘प्रसार भारती’ ने पीटीआई और यूएनआई के साथ अपना सहयोग और सदस्यता खत्म करने का फैसला लिया है ! असल में यह पीटीआई ही है जो मीडिया चैनलों न्यूज़ भेजती साथ में कई बार लिखती भी है ! इसके न्यूज़ में हमेशा से पक्ष पाती न्यूज़ लिखने का आरोप भी लगा है साथ में एनडीटीवी पर भी पीटीआई ने मुस्लिम युवकों का नाम छुपाने की कोशिश करता रहा है ! इसके साथ पीटीआई ने भारत में चीनी दूतावास को साक्षात्कार देने और चीनी पक्ष पाती न्यूज़ प्रकाशित करने का भी आरोप है ! कुछ महीने पहले ही ‘प्रसार भारती’ ने धमकी दी थी ! इंडियाn एक्सप्रेस और ओपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड ने मंजूरी दे दी है ! ‘प्रसार भारती’ पीटीआई को करोड़ो रुपये भुगतान किया करती थी ! पीटीआई पर देश-विरोधी न्यूज़ को आगे बढ़ाने का भी आरोप है ! [5][6]
संदर्भ
[1] मुस्लिम युवकों ने लड़की किया एक महीने तक बलात्कार
[2] एनडीटीवी और पीटीआई ने छुपाया नाम
[3] हिंदुस्तान ने भी नाम छुपाया
[4] फस्टपोस्ट ने भी नाम छुपाया