Modi Government In Action Against NGOs, Money Laundering
NIA Conducts more Searches in NGOs Terror-Funding Case pic.twitter.com/QGBCcz7Sc2
— NIA India (@NIA_India) October 29, 2020
केस 1: कश्मीर में पीडीपी के एनजीओ पर छापे, कार्यकर्ता हिरासत में
दिनांक 29 Oct 2020 को एनआईए ने कश्मीर के सात जगहों जिसमे श्रीनगर, बारामुला, अनंतनाग और कुलगाम शामिल और दिल्ली के दो जगह पर छापे मारी की जिसमे कुछ गैर-सरकारी संगठनों और ट्रस्टो द्वारा धर्मार्थ गतिविधियों के नाम पर धन जुटाने और फिर जम्मू कश्मीर में अलगाववादी और अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन का उपयोग करने के वाली संस्था शामिल है ! ट्रस्ट और एनजीओ के नाम कुछ इस प्रकार है
- चैरिटी एलाइंस, दिल्ली (केजरीवाल के खास ज़फर-उल-इस्लाम के द्वारा, जिसको लेकर अमानतुल्लाह खान ने रोकने की कोशिश की थी)
- ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन, दिल्ली और अनंतनाग
- जेके यतीम फाउंडेशन, श्रीनगर और कुलगाम
- दा सल्वासन मूवमेंट, श्रीनगर (ज़फर अकबर भट)
- जम्मू और कश्मीर वाइईस ऑफ विक्टिम्स, बारामुला (अब्दुल कादिर)
- फलाह-ए-आम ट्रस्ट, बुद्ग्राम (जीएम भट)
PDP’s @parawahid, Khurshid Alam, Rouf Bhat,@MohsinQayoom_ & @buttkout were arrested by J&K police for protesting against the settler colonial land laws thrusted upon people of J&K. We will continue to raise our voice collectively & wont tolerate attempts to change demographics pic.twitter.com/2pHz7QWivt
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 29, 2020
एनआईए के छापे मारी का विरोध में आप नेता अमानतुल्लाह खान (दिल्ली में) और पीडीपी के कई नेताओं ने इसका विरोध प्रदर्शन किया था जिसको लेकर एनआईए ने दिल्ली पुलिस में सरकारी काम बाधा डालने पर अमंतुल्लाह खान के खिलाफ शिकायत दर्ज साथ में कश्मीर पुलिस में कदम उठाये थे ! केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में ‘नए भूमि कानून’ भी लागू किया गया जिसकी वजह से वहाँ के कुछ नेता उसका विरोध कर रहे है ! विरोध करने की दो मुख्य वजह है, जिसमे एक एनआईए का छापे और दूसरी नए ज़मीन कानून शामिल है जिससे अब वहाँ अब इन सबकी गलत गतिविधियां राडार पर आ रही है ! कश्मीर पुलिस ने पीडीपी का श्रीनगर कार्यालय को सील कर दिया साथ में विरोध करने वाले पीडीपी कार्यकर्ताओ को हिरासत में लिया जिसमे ‘वहिर उर रहमान’, ‘खुर्शीद आलम’, ‘रौफ भट’, मोसिन कयूम’ और ‘मोहित भान’ शामिल है ! [1]
#JUSTIN: The Enforcement Directorate today arrested Binish Kodiyeri, son of Kerala CPI(M) general secretary Kodiyeri Balakrishnan, in connection with alleged financial transactions he had with a suspect arrested by the NCB for peddling drugs in Bengaluru. @IndianExpress pic.twitter.com/foFumzV6H4
— Darshan Devaiah B P (@DarshanDevaiahB) October 29, 2020
केस 2: ईडी ने वामपंथी बिनेश कोदियेरी को गिरफ्तार किया
दिनांक 30 Oct 2020 को परिवर्तन निर्देशालय ने केरल माकपा नेता ‘कोडियरी बालाकृष्णन’ के बेटे ‘बिनेश कोडियरी’ को ड्रग्स मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग में ‘धन शोधन रोकथाम कानून’ के तहत गिरफ्तार किया है ! ईडी ने उस नेता को स्थानीय अदालत में पेश कर चार दिन की हिरासत में ले लिया है ! हाल ही में जांच एजेंसी ने एक आरोपी ‘एम अनूप’ को गिरफ्तार किया था जिसके बाद तीन बार बिनेश से पूछताछ की गई थी ! यह मामला अगस्त में भंडाफोड़ किये ‘एक्स्टसी पिल्स ड्रग ट्रेफिकिंग रैकेट का हिस्सा था ! एनसीबी ने एम अनूप, अनिखा डी, आर रविन्द्रन को गिरफ्तार किया साथ में उनके होटल के एक अपार्टमेंट से 145 एक्स्टसी ओर एमडीएमए की गोलियाँ और 2.20 लाख नगद जब्त किया था ! [2]
#FCRAViolation Bible Society of India BSI got Rs 30.5 Cr from donors, used it to insult #Tribal deities like one Nemha Bible in #Jharkhand Kuduk language profess destruction of tribal religious places, sacred trees. Wrote @HMOIndia to investigate corruption n cancel #FCRA regn pic.twitter.com/oo8qrTIuS5
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) October 29, 2020
केस 3: एनजीओ ‘बाइबिल सोसाइटी ऑफ इंडिया’ ने एफसीआरए का किया उल्लंघन
दिनांक 29 Oct 2020 को एक संस्था ‘लीगल राईट्स आब्जर्वेटरी’ ने बताया, एक एनजीओ ‘बाइबल सोसाइटी ऑफ इंडिया’ द्वारा किये गए 30.5 करोड़ रुपये (विदेश से लिया जाने वाला फंड) ‘एफसीआरए नियम’ का उल्लंघन किया है ! संस्था ने बताया की कैसे इन संगठनों ने झारखंड में आदिवासी संस्कृति को देवी देवताओं और धार्मिक लोगो को निशाना बनाकर नष्ट करने का प्रयास किया है ! संस्था ने गृह मंत्रालय को लिखा है की केंद्र सरकार एफसीआरए कानून का उल्लंघनो पर हस्तक्षेप और जांच करे और साथ ही आयकर विभाग और ईडी को बाइबल सोसाइटी के पादरी द्वारा धन के गबन की जांच करने के लिए कहा है ! संस्था ने उसकी लाइसेंस को भी रद्द करने की मांग की है ! एनजीओ झारखंड के आदिवासी क्षेत्रो के लिए कुदुक भाषा में ‘नेमा बाइबल’ और त्रिपुरा में त्रिपुरी भाषा में बाइबल प्रकाशित की है और दोनों बाइबल में, स्थानीय लोगो के देवी देवताओ का दुरुप्रयोग और अपमान किया गया है ! यदि हमारा धर्मनिरपेक्ष राज्य सही मायने में राष्ट्र और उनके लोगो के हितों का प्रतिनिधित्व करता है तो ऐसे भी संगठनों की दुकानों को करना चाहिए ! [3]
संदर्भ
[1] NIA का छापेमारी