Fake News Circulating By Congress-Aap-Sp Leaders, Activists And Liberals
झूठ नम्बर १: जियो की बोरी पहले, किसान बिल बाद में
पिछले कुछ समय से खासकर जब से रिलायंस कंपनी ने 4G नेटवर्क उतारने की बात की गई तब से रिलायंस जियो का भरपूर विरोध कांग्रेस-आप-समाजवादी-वामपंथी जैसे नेताओं और उनके कार्यकर्ताओ द्वारा किया जा रहा जिसमे किसान नेताओं और आड़तियों को जियो के खिलाफ भड़काया जा रहा ! इसमे कुछ “जियो नाम की बोरियां’ की फोटो शेयर कर लिखा जा रहा कि कानून बाद में बना लेकिन बोरियां पहले तैयार की जा चुकी है ! इसमे यह भी दावा किया जा रहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अंबानी-अडानी के लिए यह कानून बनाये है ! इसमे कांग्रेस की स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष “मनोज लुबाना”, कांग्रेस की अलका लम्बा, “किसान एकता मोर्चा”, “रवीश कुमार के समर्थक”, “चंडीगढ़ २४ न्यूज”, आदि लोग शामिल है !
सच्चाई : जियो रिलायंस केवल एक डिजिटल प्लेटफार्म में काम करता और किसी भी कृषि खाद्य उत्पाद में शामिल नहीं है ! जांच में पता चला कि यह जियो छपी बोरियों को “बोरी बनाने वाली विभिन्न कंपनी” वेबसाइट पर 07 रूपए से 10 रूपए तक बेच रही है ! जिसका इस्तेमाल नेताओं और उनके समर्थक राजनीति करने के लिए इस्तेमाल कर रहे है ! जब कोई ब्रांड लोकप्रिय और बड़ा हो जाता तो उसका लोगो (Logo) और नाम दूसरे कंपनियां इस्तेमाल करने लगते है जैसे जियो नाम का इस्तेमाल जूते बनाने वाली कंपनी से लेकर बोरी बनाने वाली कंपनी करने लगी है ! इसके साथ नोकिया मोबाइल बनाने वाली कंपनी का लोगो को जूते चप्पल वाले भी इस्तेमाल करने लगे जिसका मतलब यह नहीं कि नोकिया कंपनी जूते चप्पल बनाने लगी है !
झूठ नम्बर २: अडानी ने पुणे रेलवे स्टेशन की टिकट काटी
इसी आन्दोलन के बीच कांग्रेस-आप-समाजवादी-वामपंथी से जुड़े नेता और किसान नेता अडानी और अंबानी को टारगेट करते हुए एक और अफ़वाह फैला रहे जो झूठ साबित हुई ! इसमे पुणे रेलवे स्टेशन की टिकट को शेयर कर बताया जा रहा कि रेलवे अब अडानी ग्रुप की निजी संपत्ति बन चुकी और अडानी ग्रुप ही टिकट काट रहा है ! इसके माध्यम से दावा किया जा रहा कि अडानी को रेलवे बेचीं जा चुकी है !
सच्चाई : यह टिकट ठीक उसी तरह की जो कांग्रेस नेता दिग्विजय ने बंदी के समय अफ़वाह उडाई थी ! उसी टिकट को किसी ने एडिट कर अफ़वाह फैलाई जिसमे खासकर कांग्रेसी कार्यकर्ता, समर्थक और कुछ मुस्लिम यूथ शामिल है ! इस पुरानी टिकट को इस्तेमाल कर “पुणे जंक्शन” की ऊपर “अडानी रेलवे” लिख कर वायरल किया गया ! इसमे बहलाने के लिए एक लाइन और लिखी गई कि “रेलवे अब हमारी निजी संपत्ति है” ! इसमे खासकर जनता से जो अगर इसकी सच्चाई बताये तो उसको “गोबर भक्त” कहकर भी पुकारा जाता है !
झूठ फ़ैलाने के मामले में कांग्रेस के नेता अव्वल
- राहुल गाँधी (23 Dec) : "दा प्रिंट" की फर्जी रिपोर्ट को आधार बनाकर राहुल गाँधी ने रूस को लेकर मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष हमला किया था जिसपर खुद रूस ने खंडन किया था ! यहाँ क्लिक करे
- जयराम रमेश (19 Dec) : "दा कारवां" की फर्जी रिपोर्ट के मामले में कांग्रेसी नेता ने लिखित में माफ़ी मांगनी पड़ी थी जिसमे उन्होंने माना था कि रिपोर्ट की जांच करनी चाहिए थी ! यहाँ क्लिक करे
- प्रियंका गाँधी (12-14 Dec) : कांग्रेसी नेता हार्दिक पटेल के एक वीडियो को आधार बनाकर प्रियंका गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी सरकार ने रेलवे पर अम्बानी-अडानी का ठप्पा लगवा रही जबकि रिपोर्ट झूठी निकली ! असल में वो रेलवे की बोगियों पर विज्ञापन का वीडियो बनवा कर इस्तेमाल कर रही थी बाद में वीडियो को डिलीट करना पड़ा था ! यहाँ क्लिक करे
- कांग्रेस यूथ नेता "वरुण" और प्रवक्ता "तहसीन" (26 Nov) : कांग्रेस के नेताओं किसान आन्दोलन के चलते लगातार नई नई फोटो किसान आन्दोलन के नाम पर शेयर की जा रही थी जिसमे उन फोटो को जांच में पता चला कि वो फोटो दो साल पहले आन्दोलन की फोटो थी ! यहाँ क्लिक करे