Drdo Tested Successfully Hypersonic Vehicle, What Does It Mean
डीआरडीओ ने हाइपरसोनिक वाहन का सफलतापूर्वक परीक्षण
दिनांक 07 Sep 2020 को डीआरडीओ ने देश का गौरव बढ़ाते हुए एक जानकारी दी जिसमे बताया गया की “एक ऐतिहासिक मिशन मे, भारत ने आज स्वदेशी रक्षा ‘हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमन्स्ट्रेटर व्हीकल’ का सफल परीक्षण किया है ! स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों मे एक विशाल छलांग और एक सशस्त्र भारत और आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्पूर्ण मील का पत्थर ! इस मिशन से अत्यधिक जटिल प्रौद्योगिकी के लिए क्षमताओं का प्रदर्शन किया है जो उद्योग के साथ साझेदारी में नेक्स्टजेन हाइपरसोनिक वाहनों के लिए बिल्डिंग ब्लाक के रूप में काम करेगा । अध्यक्ष डीआरडीओ ने राष्ट्र की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए अपने दृढ़ और अटूट प्रयासों के लिए सभी वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और HSTDV मिशन से संबंधित अन्य कर्मियों को बधाई दी।“ [1]
CONGRATULATIONS!!
— Doordarshan National (@DDNational) September 7, 2020
In a landmark achievement, #DRDO successfully tests Hypersonic Technical Demonstrator Vehicle. pic.twitter.com/8kqT7ZrUWO
हाइपरसोनिक वाहन को जानना क्यूँ ज़रुरी
डीआरडीओ ने ‘डाक्टर अब्दुल कलम द्वीप’ से स्वदेशी रूप से विकसित हाइपरसोनिक वाहन का सफल परीक्षण किया ! ‘हाइपरसोनिक वाहन’ को एक ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर के जरिये 30Km ऊंचाई तक ले गया, उसके बाद उसमे ‘हीट शील्ड’ अलग हो गई और हवा को अंदर लेना शुरू कर दिया ! इसके बाद वाहन ‘क्रूज वाहन’ की तरह 20 सेकेंड से अधिक समय तक, ध्वनि से छह गुना और 2 Km प्रति सेकेंड से सफलतापूर्वक उड़ा ! [6]
दुनिया मे तीन तरह की वाहन होते है सबसोनिक, सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक ! सबसोनिक वाहन ध्वनि की रफ़्तार से कम और 0.27Km प्रति सेकेंड से उड़ता हो जिसमे अमेरिका, रूस, चीन, भारत, फ्रांस, ईरान, पाकिस्तान जैसे देखो के पास है ! सुपरसोनिक वाहन ध्वनि की रफ़्तार से ज्यादा और 0.27 – 1.7Km प्रति सेकेंड की रफ़्तार से उड़ता है जिसमे भारत और रूस की ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज़ और तीनों जगह (हवा से हवा, ज़मीन से हवा, पानी से हवा) से मार करने वाली एक लौती मिसाइल है लेकिन फ्रांस, अमेरिका, रूस, चीन, भारत जैसे देश खुद की मिसाइल बनाने मे शामिल है ! हाइपरसोनिक वाहन ध्वनि की रफ़्तार से पांच-दस गुना और 1.7 – 3.4Km प्रति सेकेंड की रफ़्तार से उड़ता है ! इस गति मे रूस सबसे आगे चल रहा है और अन्य चार देश लगे है जिसमे भारत, अमेरिका, चीन, ब्राजील शामिल है ! [6][7]
इसकी मदद से भारत अगले कुछ सालों मे खुद हाइपरसोनिक वाहन का इस्तेमाल करके हाइपरसोनिक मिसाइल बना लेगा ! दुनिया मे जितने भी डिफेंस सिस्टम है इनको पहचान पाना उनके लिए अभी के लिए असंभव हो जायेगा ! असल मे भारत ने मिसाइल के स्क्रीमजेट इंजन का परीक्षण किया है जिसकी मदद से भविष्य मे हाइपरसोनिक मिसाइल बना ली जाएँगी ! एक खास बात बता दी जाये वो की भारत ऐसे दो प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है जिसमे एक पूरा आत्मनिर्भर होगा (जो डीआरडीओ बना रहा) और दूसरा भारत और रूस के संयुक्त रूप से ब्रह्मोस का हाइपरसोनिक वर्ज़न बना रहे !
Congratulations to @DRDO_India for successful flight of the Hypersonic Test Demonstration Vehicle today. The scramjet engine developed by our scientists helped the flight achieve a speed 6 times the speed of sound! Very few countries have such capability today.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 7, 2020
देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और मंत्रियों द्वारा बधाई
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जी ने बधाई देते हुए लिखा की “डीआरडीओ ने आज स्वदेशी रूप से विकसित स्क्रेमजेट प्रणोदन प्रणाली का उपयोग करते हुए हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमन्स्ट्रेटर वाहन का सफलता पूर्वक परीक्षण किया है ! इस सफलता के साथ, सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों अब अगले चरण की प्रगति के लिए स्थापित हो गई है ! मै डीआरडीओ को इस महान उपलब्धि के लिए बधाई देता हूँ जो पी एम के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा मे है ! मैंने परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें महान काम पर बधाई दी ! भारत को उन पर गर्व है !” [2]
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का बधाई संदेश देते हुए लिखा की “आज हाइपरसोनिक टेस्ट डिमन्स्ट्रेटर व्हीकल की सफल उड़ान के लिए DRDO को बधाई। हमारे वैज्ञानिकों द्वारा विकसित स्क्रैमजेट इंजन ने उड़ान को ध्वनि की गति से 6 गुना गति प्राप्त करने में मदद की! आज बहुत कम देशों के पास ऐसी क्षमता है।“ [4]
राष्ट्रपति वैंकयानायडू जी ने बधाई देते हुए लिखा की “स्वदेशी स्क्रेमजेट इंजन का उपयोग करके ‘हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी डिमन्स्ट्रेटर वाहन’ के परीक्षण उड़ान का सफलतापूर्वक संचालन करके के लिए डीआरडीओ को बधाई ! आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा मे हमारी खोज मे यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है ! मिशन को सफलता के लिए योगदान देने वाले वैज्ञानिको के लिए मेरी प्रशंसा !” [3]
गृह मंत्री अमित शाह जी ने बधाई संदेश देते हुए लिखा की “भारत के रूप मे स्वदेशी रक्षा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन के लिए सफलतापूर्वक हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन वाहन का परीक्षण किया। यह हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगा और पी एम मोदी की आत्मानुशार भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में मदद करेगा। डीआरडीओ को बहुत बहुत बधाई !“ [5]
संदर्भ
[2] रक्षा मंत्री द्वारा बधाई संदेश
[3] राष्ट्रपति वैंकया नायडू जी द्वारा बधाई संदेश
[5] गृह मंत्री अमित शाह जी ने बधाई संदेश
[6] सोनिक की जानकारी
[7] हाइपरसोनिक मिसाइल की जानकारी