Kangana VS Shivsena Part 2
रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर्स को गिरफ्तार किया
दिनांक 10 Sep 2020 को महाराष्ट्र की महागठबंधन सरकार (शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार) ने रिपब्लिक टीवी के एक टीम (तीन व्यक्ति : पत्रकार अनुज कुमार, पत्रकार यश्पालजीत सिंह और ओला कैब चालक प्रदीप दिलीप धनवाडे) को ‘ट्रेसपासिंग’ के आरोप मे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है ! रिपब्लिक भारत के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब टीम रायगढ़ के कर्जत इलाके मे एक खोजी कार्य का नेतृत्व कर रही थी ! हमारे रिपोर्टर और पत्रकार की अवैध हिरासत एक स्वतंत्र प्रेस के लिए ‘संवैधानिक’ रूप से अधिकारों पर हमला है ! वह पत्रकारों के खिलाफ अपनी राज्य मशीनरी का उपयोग करने के महाराष्ट्र सरकार के तानाशाही रवैये से लड़ने के लिए उपलब्ध हर क़ानूनी सहारा लेगा ! [1]
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Letter Written By ShivCable Sena Lead By Sanjay Raut (Photo Credit : Renuka Jain) |
शिवसेना द्वारा ऑपरेटर को धमकी, रिपब्लिक टीवी बंद करे
दिनांक 10 Sep 2020 को ‘शिव केबल सेना’ नमक संगठन ने महाराष्ट्र के विभिन्न केंबल टेलीविजन ऑपरेटर को लिखा गया और धमकी भरे पत्र मे कहा गया की उन्हें रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क (जैसे रिपब्लिक टीवी और रिपब्लिक भारत) द्वारा प्रसारित चैनलों को (प्रसारण) बंद करने चाहिए ! ऑपरेटरों को इन चैनलों का प्रसारण बंद करना चाहिए या विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए (धमकी) जिसमे पत्र मे संगठन के मार्गदर्शक ‘संजय राउत’ के भाई ‘सुनील राउत’ ने हस्ताक्षर किये है ! बताया जा रहा की महाराष्ट्र सरकार के इस कदम को पाकिस्तान (द्वारा किसी भी मीडिया द्वारा जो उनके खिलाफ उठाने पर पर चुप कराने के लिए, उन चैनल को ‘ऑफ एयर’ कर दिया जाता है) के कदम से मिलाया जा रहा है ! शिवसेना का कदम ‘मौलिक अधिकार’ के ‘आर्टिकल (19) (1) (a) के खिलाफ है ! [2] ये धमकी (शिवसेना के खिलाफ) और समर्थन (शिवसेना का फायदा) का पहला बार नहीं !
- धमकी : दिनांक 26 Jan 2019, ट्राई के नए आदेश का विरोध मे ब्लैक आउट करने के लिए केंबल ऑपरेटरों को धमकी दी गई थी ! [3]
- समर्थन : दिनांक 27 Aug 2018, रिलायंस जियो द्वारा ‘फाइबर नेटवर्क’ लॉन्च को लेकर शिवसेना ने केबल ऑपरेटर को समर्थन दिया और कहा ये हमें बर्बाद कर देगा ! [4]
Dt 10 Sep 2020, Shivsena Mouthpeice Samana Ukhad Liya |
बढ़ता जनता का गुस्सा शिवसेना का यू-टर्न और झूठ
दिनांक 10 Sep 2020 को शिवसेना के संजय राउत ने टीवी पर शिवसेना का बचाव करते हुए हुए कहा की बीएमसी के अधिकारियों ने कंगना के कार्यालय पर पर तोड़ फोड़ पर अभियान चलाया और सत्ता पक्ष से जुड़ा नहीं है ! कंगना के कार्यालय पर करवाई बीएमसी द्वारा की जाती है ! इसका शिवसेना से कोई संबंध नहीं है ! आप इसपर मेयर या बीएमसी आयुक्त से बात कर सकते है ! [5]
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Shivsena Mumbai Mayor Kishori Pednekar |
सन 2019 से मुंबई का मेयर ‘किशोरी पेडणेकर’ है जो शिवसेना से है ! [6] दिनांक 20 May 2020 को महाराष्ट्र सरकार ने अपने पसंदीदा आठ अधिकारियो की जगह बदली की थी जिसमे ‘मुंबई के आजके’ आईइस चहल शामिल थे जो ‘वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट’ मे प्रमुख सचिव पद पर थे ! [7]
दिनांक 10 Sep 2020 को शिवसेना की मुखपत्र ‘सामना’ मे पेपर के फ्रंट पेज मे बीएमसी द्वारा तोड़े गए कंगना के कार्यालय को लेकर और कंगना की उस टिप्पणी (जो उखाड़ना है उखाड लेना) को लेकर टिप्पणी करते हुए लिखा “उखाड दिया !”
माँ, सुब्रमणियन स्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस और हिमांचल मुख्यमंत्री के बयान
- भाजपा के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेद्र फडणवीस : “बीजेपी कंगना की टिप्पणी का समर्थन नहीं करती ! गलत बयान दिया था लेकिन सरकार की जिम्मेदारी है वह कानून की भूमि मे उनकी रक्षा करे ! जिन्होंने संविधान की शपत ली है उनकी जिम्मेदारी है उनकी जिंदगी की और उनकी संपत्ति की रक्षा करे ! अगर किसी की राय पसंद नहीं तो क़ानूनी करवाई करे !” [8]
- हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर : “कंगना रानौत हिमाचल की बेटी है और उन्होंने ना केवल राज्य मे बल्कि पुरे देश मे अपनी पहचान बनाई है ! शिवसेना की जड़ खत्म हो रही है जो कांग्रेस जैसी हो रही है !” [9]
- कंगना की माँ आशा रानौत : “हम कांग्रेस का समर्थन करते थे लेकिन हमारी मदद अमित शाह ने की ! हमारा परिवार दशकों से कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से जुड़ा रहा था, अब इस तथ्य को जानने के बावजूद आज इस विपदा मे केंद्र सरकार और हिमाचल प्रदेश के जय राम ठाकुर बीजेपी सरकार ने उनकी मदद के लिए खड़ी हुई !” [10]
- वकील सुब्रमनियन स्वामी : ने कंगना को दिया समर्थन और लिखा की “विश्वास रखने के लिए कंगना से कहे ! हम इस संघर्ष मे उनके साथ है !” [13]
- IMPPA : इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने कंगना के कार्यालय का विध्वंस को गलत करार देते हुए कहा की “इसकी निंदा की जानी चाहिए ! पहले कंगना से जवाब तालाब किया जाना चाहिए था ! कंगना एक सम्मानित और अच्छी सदस्य है जिनके नाम चार राष्ट्रीय पुरस्कार है ! जहाँ तक मेरा मानना है ड्रग्स लेने वाले 5-7 % प्रतिशत ही है ! कंगना का घर का निर्माण गलत तरीके से है उसे ध्वस्त करे लेकिन कंगना का क्यूँ पुरे मुंबई मे अनधिकृत निर्माण है उसे भी तोड़ दे ! बीएमसी को कानून का पलाल करना चाहिए !” [14]
बीएमसी और सरकार पर सवालिया निशान
१- दाउद का घर : मुंबई के भिन्डी बाजार मे आतंकी दाउद का अवैध जर्जर घर खड़ा है जिसको हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद भी अभी तक नहीं गिराया गया है ! [11] बीएमसी ने हाईकोर्ट मे कहा था “कोरोना के कारण उनके पास अफसरों की कमी है !” [12]
२- मंत्री अनिल पराब का घर : ‘महाराष्ट्र होउजिंग एंड एरिया डेवेलोपमेंट ऑथोरिटी’ ने पुष्टि की मंत्री अनिल परब का 2000 वर्ग फुट अनधिकृत कार्यालय को हटाने का आदेश जारी किया गया था जो बिल्डिंग 57, 58 गाँधीनगर, बांद्रा पूर्व मे है जो अभी तक नहीं हटी ! [15]
किसी ने कहा था जंगल का राजा बनना है तो शेर का शिकार करो वह बताना भूल गया था शेर का शिकार करने के लिए लकड़बग्घा को मत भेजना!!
— डॉ. कीटाणु किलर (@KitanuKiller) September 10, 2020
मैंने संजय रावत को लकड़बग्घा नहीं कहा😂😂
नोट : पहले पार्ट जिसमे कंगना और शिवसेना सरकार के बीच का किस्सा पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
संदर्भ
[1] रिपब्लिक रिपोर्टर को जेल भेजा
[2] शिवसेना ने केबल ऑपरेटर से रिपब्लिक को बंद करने को कहा
[3] शिवसेना का केबल ओपेरटर को पहले भी धमकी
[4] शिवसेना का समर्थन रिलान्स के खिलाफ
[6] शिवसेना का मेयर
[7] शिवसेना ने आठ अधिकारियो की बदली की थी
[9] हिमाचल प्रदेश सीएम का बयान
[10] कंगना की माँ का बयान
[11] दाउद का घर खड़ा
[12] आईएएस संजय दीक्षित का ट्वीट
[14] IMPPA का समर्थन
[15] मंत्री का घर क्यूँ नहीं तोड़ा