Congress Judge Katju Openly Supporting Nirav Modi In UK Court
नीरव मोदी केस मे ब्रिटेन कोर्ट मे नीरव का समर्थन
दिनांक 11 Sep 2020 को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और कांग्रेसी काटजू ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी नीरव मोदी के पक्ष मे ब्रिटेन की अदालत मे समर्थन करेंगे और यह बताएँगे की उन्हें भारत मे निष्पक्ष न्याय नहीं मिलेगा ! नीरव मोदी $2 बिलियन पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी है और प्रत्यर्पण की लड़ाई लड़ रहे है ! मैं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नीरव मोदी के लिए ब्रिटेन की अदालत में जमा होऊंगा ! लेकिन मैं मामले को गुणों पर टिप्पणी नहीं करूँगा और केवल इतना कहूँगा की उन्हें भारत में न्याय नहीं मिलेगा ! भगोड़ा नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की मांग करने वाली भारत की याचिका के खिलाफ ‘पहले से ही एक लिखित बयान प्रस्तुत किया है’ !
कांग्रेसी और पूर्व जज काटजू को भारत की न्याय प्रणाली और जाँच एजेंसियों पर ही सवाल उठा रहे है ! उन्होंने भगोड़ा नीरव मोदी के समर्थन में कहते हुआ बताया की ऐसे ख़रीदे गए विचारों का प्रत्यर्पण परीक्षण पर कोई प्रभाव नहीं पढ़ने देंगे ! भारतीय न्यायपालिका के उच्चतम क्षेत्र अब महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव में आ गया है ! न्यायपालिका सरकार की बोली लगा रही है और लोगों के अधिकारों की रक्षा करने वाले राज्य के स्वतंत्र अंग के रूप में काम नहीं कर रही है । आज का भारतीय मीडिया रेटिंग को बढ़ाने के लिए सनसनीखेज खोज पर आधारित है जिसने नीरव मोदी को बड़े धोखेबाज़ के रूप में चित्रित किया गया है ! काटजू ने न्यायमूर्ति एस मुरली धर का ट्रांसफर और पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का राज्यसभा में नामांकन पर सवाल उठाये !
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Congress Backed Katju (Photo Credit : ABPNews) |
राजनीतिक पार्टी से जुड़ना सवाल क्यूँ
कांग्रेस और पूर्व न्यायाधीश काटजू ने न्यायधीशों के राज्यसभा जाने और पार्टी से जुड़ने पर सवाल उठाये है ! लेकिन आज के समय ही सवाल क्यूँ उठाये जा रहे जबकि रिटायर होने के बाद किसी की पार्टी से उनका निजी अधिकार है साथ में १० साल जब कोर्ट में न्यायाधीश बने थे तब कोर्ट के सिस्टम को बदलने पर क्यूँ सवाल नहीं किये थे ! ये आज कांग्रेस से नहीं इनके बाबा के ज़माने से कांग्रेस का इनका रिश्ता जग जाहिर है ! कांग्रेस के नेता और पूर्व न्यायधीशों (पहले अभय थिप्से और अब काटजू) द्वारा ही नीरव मोदी को बचाने में शामिल है !
- अभय थिप्से : दिनांक 14 May 2020 को आयें समाचार, अभय थिप्से ने भगोड़ा नीरव मोदी के बचाव के लिए ब्रिटेन कोर्ट में उन्हें बचाने की कोशिश की थी जो सन 2018 में कांग्रेस की खुले मंच से सदस्यता ले चुके है ! इनके ऊपर पहले से शक के दायरे में रहे होने के बावजूद इन्होंने ‘सलमान खान’ को जनमत एक दिन में दे दी (जिसने ग़रीब के ऊपर गाड़ी चढाई थी), शोहराबुद्दीन शेख को एनकाउंटर को फर्जी घोषित करने में लगे थे वो भी जब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी जिसके अंदर में सीबीआई आती थी ! [2]
- रंगनाथ मिश्रा : सन 1984 में कांग्रेस द्वारा किये सिख भाइयों का नर संहार वाले केस को पूर्व न्यायाधीश रंग नाथ मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी को क्लीन चिट् दी थी उनको कांग्रेस ने राज्यसभा से मेम्बर बनाया था साथ कत्लेआम की जाँच के लिए एक सदस्य कमिसन को भी रंग नाथ मिश्रा शामिल थे ! जिसमे न्यायधीशों ने ही ‘एक पक्षीय जांच’ पर सवाल उठा दिए थे ! लेकिन कांग्रेस ने उन्हों सन 1990 में AIBSA का मुख्य स्काउट, सन 1992 में NHRC का अध्यक्ष, सन 1998 में राज्यसभा की गद्दी ! [3]
काटजू पर लोगो का गिराता विश्वास
१- दिनांक 02 Sep 2020 को कांग्रेसी काटजू ने इंडियाटुडे ‘राहुल’ द्वारा दिए गए जीडीपी के आकड़ों को ट्विट्टर पर पाकिस्तान के पत्रकारो, कश्मीरी अलगाववादी पत्रकार, ओमर अब्दुल्ला को टेग करते हुए शेयर किया जिसका सीधा मतलब था पाकिस्तान और कश्मीर आधारित पत्रकार को समर्थन ! [4]
२- दिनांक 10 May 2020 को ईडी ने नेशनल हेराल्ड के मामले में एक मुंबई की संपत्ति को ज़ब्त किया था जो ‘एसोसिएटेड जनरल्स लिमिटेड’ से जुडी हुई थी उस कंपनी में नेहरु के अलावा काटजू के बाबा ‘कैलाश नाथ काटजू’ भी शामिल थे ! [5]
नोट : सन २०१२ में इन जनाब ने 90% भारतीय को मुर्ख कहा था !
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Abhay Thipsey With Rahul Gandhi And Gehlot |
काटजू पर सवालिया निशान
- जो इंसान न्यायपालिका में दस साल मुख्य न्यायाधीश रहा हो वो दुनिया को बता रहे भारत की न्यायपालिका में न्याय नहीं मिलता ?
- अगर भारत की न्यायपालिका में न्याय नहीं मिलता इसका जिम्मेदार कौन है क्या इन जैसे न्यायाधीश नहीं जो मुख्य न्यायाधीश होने के बाद भी कोई सुधार क्यूँ नहीं किये थे ?
- क्या इसके पीछे राजनीतिक पहलू है क्युकी अगर भगोड़ा नीरव भारत लाया जाता तो निश्चित ही प्रधानमंत्री मोदी की जीत होगी जो कांग्रेस को पसंद नहीं ?
- क्या दुनिया में भारतीय न्याय प्रणाली की छवि को बदनाम नहीं कर रहे ?
- क्या भगोड़ा नीरव मोदी को बचाने की कोशिश कर रहे ? क्युकी ये दूसरे पूर्व न्यायाधीश है जो यूके कोर्ट में भगोडे के पक्ष में बोले !
- काटजू को क्यूँ अब न्याय प्रणाली पर विश्वास नहीं जब कांग्रेस सरकार और उनके मुख्य न्यायाधीश रहते न्यायधीशो को राज्यसभा और कांग्रेस में शामिल किया जाता था ?
- ऐसे कांग्रेसी और कांग्रेसी समर्थक रिटायर लोग बीजेपी सरकार आने के बाद ही न्याय प्रणाली में विश्वास क्यूँ नहीं होता जो उन्होंने खुद बनाई ?
संदर्भ
[1] काटजू द्वारा यूके कोर्ट में भगोड़ा के समर्थन में
[3] न्यायाधीश रंगनाथ मिश्रा को राज्य सभा
[5] काटजू के बाबा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) में