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Oct 2, 2020

मोटोरोला का स्वदेशी लावा और डिक्सन से हुई बात, डीआरडीओ ने किया ब्रह्मोस का स्वदेशी बूस्टर से सफल प्रशिक्षण

Good News Specially for Made In India


Drdo Successfully Tested Brahmos with Indigenous Launcher, Lava And Dixon Talk With Motorola

केस १ : स्वदेशी बूस्टर के साथ ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण

दिनांक 30 Sep 2020 प्रातः 10:30 बजे, डीआरडीओ ने स्वदेशी बूस्टर और एयर फ्रेम सेक्टर के साथ साथ देश के भीतर बने अन्य सब-सिस्टम्स के साथ ब्रह्मोस का सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है ! ब्रह्मोस मिसाइल तो पहले भी थी लेकिन खास बात यह की पहले भारत को रूस के निर्मित बूस्टर, एयरफ्रेम और सब-सिस्टम मांगने पड़ते थे लेकिन इसी को डीआरडीओ ने ‘आत्मनिर्भर अभियान’ के तहत स्वदेशी बनाकर उसी पर परीक्षण कर लिया है ! भारत ने स्वदेशी सामग्री (मेक इन इंडिया) की तरफ एक और कदम बड़ा दिया है !

DRDO Successfully Test Fire Brahmos From Own Indigenous System

ब्रह्मोस मिसाइल भारत के तीनों सेनाओं में उपयोग की जाने वाली खतरनाक मिसाइल है ! यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब चीन के साथ जारी गतिरोध में किसी भी खतरे से निपटने के लिए ब्रह्मोस को लदाख और अरुणाचल प्रदेश में पूर्वी हिस्से में तैनात किया गया है ! ब्रह्मोस ने भारत में बने सिस्टम के साथ आवाज़ की तीन गुना रफ़्तार से निकली ! अब कुछ समय में, युद्ध के समय भारत को किसी और देश के ऊपर निर्भर नहीं होना पड़ेगा ! सन 2018 में मोदी सरकार की मेहनत की वजह से भारत एमटीसीआर का हिस्सा बन्ने के बाद ब्रह्मोस की सीमा 300 किलो मीटर से  450 किलो मीटर कर दी गई है ! [1] 



Lava & Dixon TAlking With Motorola

केस २ : मोटोरोला का स्वदेशी कंपनी लावा और डिक्सन से बात

दिनांक 28 Sep 2020, विदेशी कंपनी मोटोरोला मोबिलिटी ने भारतीय स्मार्टफोन निर्माता ‘लावा इंटरनेशनल’ और ‘डिक्सन टेक्नोलोजिज’ के साथ एक बिलियन डालर ( करीब 7500 करोड़) के मूल्य के स्मार्टफोन का निर्माण करना चाहती है क्युकी वह अपनी क्षमता का एक हिस्सा चीन से बाहर शिफ्ट करना चाहती है ! अगर ये सौदा हो जाता है दोनों भारतीय कंपनियां जनवरी-मार्च तिमाही में मोटोरोला के लिए स्मार्टफोन भारत में लावा और डिक्सन के द्वारा निर्माण शुरू कर सकती है ! लावा और डिक्सन को सरकार द्वारा चलाये जा रहे प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत चुना जा चुका था जो स्मार्टफोन के विनिर्माण और निर्यात के लिए भारत को एक हब के रूप में बढ़ावा देना चाहता है ! [2]

डिक्सन भारत में बड़ी बड़ी कंपनी जैसे एलजी, फिलिप्स, पेनासॉनिक, सन्यो, टीसीएल, स्काईवर्थ, जिओमी, आदि के लिए टीवी और इलेक्ट्रोनिक्स पार्ट्स भेज रहा है साथ में नोएडा में इसके छह प्लांट है जिसमे करीब ४००० कर्मचारी काम करते है ! दूसरी तरफ, लावा एक नोएडा, यूपी आधारित कंपनी है जिसको सन 2009 में शुरू किया गया था ! सन 2017 में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लावा को जनता को नौकरी देने के मामले में एक अवार्ड से सम्मानित किया था ! 





संदर्भ

[1] डीआरडीओ ने स्वदेशी सिस्टम में परीक्षण कर लिया 

[2] मोटोरोला का लावा और डिक्सन से बात 


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