Communist Reporters Double Standard On Rally
केस 1: इंग्लिश न्यूज़ की पत्रकार सागरिका घोष का प्रधानमंत्री पर ट्विट
दिनांक 21 Oct 2020 09:45AM को वामपंथी समर्थक और प्रोपगंडा पत्रकार सागरिका घोष ने ‘दा टाइम्स ऑफ इंडिया’ पेपर की कटिंग का इस्तेमाल करते हुए लिखा की “आदरणीय प्रधानमंत्री, खुशी को बर्बाद ना करने का सबसे अच्छा तरीका और उदाहरण है की वो खुद बिहार में चुनावी रैलियाँ ना करे, ऐसा ना करने से बिहार कोरोना हॉटस्पॉट बन जायेगा और लोग मरेंगे जबकि नेता शासन करेंगे !” [1] इसने प्रधानमंत्री से कह रही की आप रैली ना करे वर्ना कोरोना बढ़ जायेगा !
केस 2: सागरिका घोष का तेजस्वी यादव पर ट्विट
दिनांक 21 Oct 2020 06:14PM को सागरिका घोष ने आरजेडी का वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा की “अविश्वसनीय, क्या पारंपरिक चुनाव इस बार ‘बिहार चुनाव’ में धूल का गुबार काटेगा ? आगे आगे देखिये होता है क्या !” [2] इसमे ट्विट में रैली को देखकर बड़ी उत्साहित दिख रही है साथ में भीड़ के लिए आगे आगे देखने की बात कर रही !
दोहरा चरित्र दोनों ट्विट में
प्रधानमंत्री मोदी के विरोध में अंधे होते पत्रकारों में एक सागरिका घोष, एक तरफ रैली को लेकर प्रधानमंत्री को तो राय दे रही की रैली की वजह से कोरोना विस्फोट होगा लेकिन दूसरी तरह तेजस्वी यादव की रैली को देख कर मात्र आठ घंटे पहले दिया ज्ञान को भूल गई ! जबकि तेजस्वी यादव को टेग करते हुए खुशी जाहिर कर रही है ! सागरिका घोष जैसे पत्रकार एक तरफ तो अपने आपको निष्पक्ष कहते घूमते है लेकिन जब कोई दक्षिणपंथी पत्रकार इनकी पोल खोलता तो उनको निशाने में लिया जाता है ! आपको बता दे एक ट्विट और भी किया जिसमे कहा की विश्वास में विशालकाय भीड़ है, लेकिन कोई मास्क नहीं, कोई डिस्टेंस नहीं, क्या बिहार सुपर स्प्रेडर बनेगा ! लेकिन इस ट्विट में तेजस्वी यादव को राय नहीं दी की रैली को रोक देना चाहिए ! ऐसी दोहरी मानसिकता की वजह से सागरिका घोष को ट्विटर यूज़र ने आड़े हाथ लिया है !
Lol, humongous crowd, in India even for a person like @SeemanOfficial humongous crowd will gather it's not a surprise at all, will they translate into votes, you still live in Indira era believing Chikamangalur is still voting for @INCIndia #JustSaying https://t.co/d0EKvvjI4j
— SumaathaRaman (@Sumanthraman1) October 21, 2020
जिसमे एक यूज़र ‘सुमाथा रमन’ ने सागरिका को आड़े हाथ लेते हुए लिखा की “लोल, विशालकाय भीड़, भारत में भी सेमेन जैसी आदमी के लिए भी एक भीड़ इकट्ठा होगी, यह बिलकुल भी आश्चर्य की बात नहीं है, क्या वे वोटों में अनुवाद करेंगे, आप अभी भी इंदिरा युग में रहते है, विश्वास है की चिकमंगलूर अभी भी कांग्रेस को वोट दे रहा है ! बस कह रहा हूँ !” असल में यह सीट कांग्रेस के हाथ में रही थी लेकिन बाद में बीजेपी ने इस सीट से जीत हासिल कर आज तक बरक़रार रखी ! यूज़र ने ही सागरिका से पूछ लिया क्या यह वोट में बदलेंगे या सिर्फ रैली में तेजस्वी यादव को देखने आये है !
#PMModi said in his speech today that it’s not over yet and we need to still be careful. What is this then? https://t.co/nbuagpdmIr
— PARUL (@parulnagpal) October 20, 2020
एक महिला यूज़र ‘पारूल’ ने सागरिका घोष को याद दिलाते हुए कहा की “प्रधानमंत्री मोदी ने आज की भासन में कहा की अभी खत्म नहीं हुआ, हमें अभी भी ध्यान और सावधान रहने की जरुरत है, फिर ये क्या है !”
It looks liberal hypocrites are smelling victory in Bihar. You have not condemned him for not following the rules. I am sure if this was a BJP rally you would have only condemned. So much double standard. I wish you guys lose again.
— Shivapramod (@Shivapramodm) October 20, 2020
एक अन्य यूज़र ‘शिवाप्रमोद’ ने सागरिका घोष के दोहरे चरित्र पर सवाल उठते हुए लिखा की “ऐसा लगता है की उदारवादी पाखंडी लोग बिहार में जीत को महक रहे है, अपने नियमों का पालन नहीं करने के लिए उनकी निंदा की है ! मुझे यकीन है की अगर यह भाजपा की रैली होती तो आप केवल निंदा करते, इतना दोहरा मापदंड, काश आप लोग फिर से हार जाते !”
Sep 2013, मोदी सरकार के पहले भी हिन्दुओ को टारगेट करना !
संदर्भ
[1] सागरिका घोष की कहना प्रधानमंत्री रैली करने से कोरोना
[2] सागरिका घोष तारीफ के पुल बाँधते हुए