Hathras Fake Rape Story, IndiaToday & Congress Fake Narrative Promoters
हाथरस की घटना की पूरी कहानी जितने साक्ष मिले
दिनांक 14 Sep 2020 को २० वर्षीय लड़की मनीषा के भाई ‘सत्येन्द्र’ ने पिता ‘ओमप्रकाश’ के साथ थाना चंद्पा में हाथ से लिखी प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमे कहा गया की,
मेरी बहन ‘मनीषा’ और माँ ‘रामा’ खेत गई थी घास लाने गई थी ! भाई घर गया था घास डालने ! माँ और बहन थोड़ी दूर पर थी घास कट रही थी ! बाहर थोड़ी दूर पर बाजरे के खेत में से युवक ‘संदीप’ पुत्र ‘गुड्डू’ निवासी ‘बुलारी’ ने जान से मारने की नियत से गला दबा रहा था और मारने की पूरी कोशिश में बाहर चिल्लाई तो माँ ने आवाज दी की मै आ रही हूँ ! संदीप आवाज सुनकर वहाँ से छोडकर भाग गया ! यह घटना करीब 09:30 सुबह की है !
दैनिक जागरण की दूसरे दिन की रिपोर्ट
दिनांक 15 Sep 2020 की रिपोर्ट के अनुसार भी, युवती अपनी माँ के साथ खेत से पशुओं का चारा लेने गई थी ! २० वर्षीय मनीषा और उसकी माँ अलग अलग खेत में घास काट रही थी ! युवक संदीप पुत्र गुड्डू ने पुरानी रंजिश के चलते युवती का गला दबाकर मारने का प्रयास किया ! उसकी माँ और ग्रामीण आवाज़ सुनकर वहाँ पहुचे तो युवक भाग गया ! लड़की के भाई ने मुकदमा दर्ज कराया ! युवती की गंभीर हालत के बाद उसको ज़िला अस्पताल लेकर गए वहाँ से अलीगढ़ रेफर कर दिया ! पुलिस ने बताया की दोनों परिवार में पुरानी रंजिश चल रही थी और मुकदमा दर्ज कर दोनों जेल भेज दिया है ! [1]
कांग्रेस नेता की मुलाकात के बाद बयान में बदलाव
यूपी के कांग्रेस के दीपक कुमार और पूर्व कांग्रेस राज्य मंत्री श्योराज जीवन वाल्मीकि ने हाथरस पहुँच कर, लड़की और परिवार से अस्पताल में मुलाकात की थी साथ में वहाँ जातियों ने बीच भडकाऊ भासन दिए और सरकार के खिलाफ आर पार की बात कही ! 22 Sep को लड़की ने पहली बार बयान बदलते हुए एक नहीं बल्कि तीन अन्य पर बलात्कार का आरोप डाले ! दिनांक 24 Sep को फिर लड़की के वीडियो पर फिर लड़की ने सिर्फ दो संदीप और रवि ने मेरे साथ दुष्कर्म किया लेकिन बाकी दो माँ को देखकर भाग गए !
उसके बाद राज्य में लगातार दलित बनाम ठाकुर बनाने की कोशिश हो रही है जैसा पिछले कानपुर के विकास कांड में किया जा रहा था जिसमे बीजेपी बनाम ब्राह्मण कार्ड कांग्रेस द्वारा खेला जा रहा था ! अब की वाल्मीकि बनाम ठाकुर, चलो परिवार के नार्को टेस्ट हो जाने दो खुद बा खुद पता चल जायेगा ! [5]
सोशल मीडिया और नेताओं ने फैलाई अफ़वाह
दिनांक 29 Sep 2020 को मृतक मनीषा की मौत हो गई थी ! तब तक मीडिया के कुछ हिस्से सहित कांग्रेस और सपा के नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता के बीच, ‘रीढ़ की हड्डी तोड़ी’, ‘गर्दन की हड्डी तोड़ी’, ‘जीब काटी गई’, ‘आँख फोंडी गई’ जैसी अफ़वाहों से भ्रामक तरीके से ख़बरे फैलाई गई जिसमे बॉलीवुड के ड्रग्स मामले में चुप्पी रखने वाले, बंगाल में होने वाले सरे आम क़त्ल चुप रहनी वाले, राजस्थान में रेप मामले में चुप रहने वालो ‘प्रोपगंडा’ मौका मिलते ही बीजेपी पर हमलावर हो गई ! मीडिया के जैसे केस में संदीप से लेकर पिता के बयान को परिवर्तित कराने के वीडियो ऑडियो लिंक हुए है उसकी वजह से पुलिस प्रशासन ने रात में मृतक मनीषा का अंतिम संस्कार कर दिया जिसपर सवाल उठे ?
हाथरस पुलिस का अफ़वाहों पर खंडन
दिनांक 29 Sep 2020 को सुबह 09:45 पर हाथरस पुलिस ने अंतिम संस्कार पर फैली अफ़वाह का खंडन किया और कहा की “थाना चन्दपा क्षेत्रान्तर्गत दुर्भाग्यपूर्ण घटित घटना में मृतिका के शव का अन्तिम संस्कार बिना परिजनों की अनुमति के पुलिस ने जबरन रात में करा दिया हैं। हाथरस पुलिस इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खंडन करती है।“
उसी शाम 03:27 को हाथरस पुलिस ने दूसरी अफ़वाहों का भी खंडन किया और कहा की “थाना चन्दपा क्षेत्रान्तर्गत दुर्भाग्यपूर्ण घटित घटना में मृतिका की जीभ काटी गयी, आँख फोडी गयी तथा रीढ की हड्डी तोड़ दी गयी थी ! हाथरस पुलिस इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खंडन करती है !”
दिल्ली और अलीगढ़ अस्पताल की रिपोर्ट में ख़ारिज
दिनांक 30 Sep 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के तीन डॉक्टरों ‘गौरव वी जैन’, ‘आदित्य आनंद’ और ‘अलिफ़’ की जांच रिपोर्ट में गर्दन (सर्वाइकल साइन) पर हमले की वजह से चोट और गला घोटने के प्रयास में निशान है लेकिन इस मामले में मृत्यु में योगदान नहीं दिया !
अलीगढ अस्पताल की रिपोर्ट में आँख में घाव बताया गया है जिसको इंग्लिश में Subconjunctival Hemorrhage कहते है साथ में गर्दन पर चोट के निशान (Ligature Marks) है ! रीढ़ की हड्डी के ऊपर त्वचा पर मामूली रगड़ या घिसने (Abrasions) के निसान है !
इससे पता चलता है मृतक की कई बार गर्दन दबाने की कोशिश की गई और कई बार छूटने की कोशिश की ! फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, कोई वीर्य नहीं पाया गया, नहीं ही पीडिता के साथ बलात्कार हुआ है ! [2]
माँ और लड़की का बयान
दिनांक 14 Sep 2020 के ज़िला अस्पताल के बाहर का वीडियो, जिसमे मृतक की माँ ने बताया की “कुछ घटना नहीं हुई, पुरानी रंजिश थी, आज कुछ ना हुआ, आज तो घास कट रहे थे लड़का पिछु से आ गया और कोई बात नहीं, छोरा संदीप (लड़की और लड़की माँ दोनों बोली) ठाकुर का लड़का है संदीप, बाकी आगे वीडियो में सुनो !”
उसी समय एक और वीडियो में जिसमे अस्पताल के अंदर लड़की ने बयान दिए और कहा की “पीछे से आकार गला दबा दिया, रंजिश चल रही है (माँ और बेटी ने एक साथ बोला) !” फिर माँ ने बताया की “घास लेने गए थे वहीँ मार पिट हुई गई, थोड़ी दूर थी तो पीछे से आकार बाल पकड़ कर खेच लेगों, लड़का ने रस्सी कश दाई, हरिजन समाज से हूँ, खली अकेला लड़का था, संदीप नाम पुत्र गुड्डू, रंजिश चल रही, ससुर के समय की रंजिश !”
(नोट : वीडियो पूरा देखे, माँ और लड़की के अनुसार, रंजिश, रेप, चार लड़के, सब झूठ है ! दिनांक 28 Sep 2020 को अलीगढ़ से दिल्ली अस्पताल ले जाया गया !)
कांग्रेस प्रियंका गाँधी का वीडियो झूठा निकला
दिनांक 01 Oct 2020 को सुबह 08:24 में कांग्रेस की करीब 200 गाड़ियों के काफ़िले के साथ प्रियंका, राहुल, प्रवक्ताओ और रिपोर्टर्स की टीम लेकर, जहाँ एक्सप्रेस-वे पर दोनों को रोक लिया गया ! ठीक उसके बाद दिन के 12:19 में प्रियंका गाँधी ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लड़की के पिता का वीडियो पोस्ट कर योगी सरकार, पुलिस प्रशासन पर निशाना साधने की कोशिश की लेकिन कुछ ही देर में वीडियो की भी पोल खुल गई ! [3] इस वीडियो खुद बा खुद पोल खोल दी, कोई वीडियो रिकार्ड करने वाला व्यक्ति, मृतक के पिता से कह रहा क्या बोलना है जो चंद लोगो में ही हो सकता जैसे कांग्रेस का नेता, कांग्रेस समर्थक पत्रकार, आदि !
थाना चन्दपा क्षेत्रान्तर्गत घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सोशल मीडिया के माध्यम से मृतिका के शव को पुलिस एवं प्रशासन द्वारा जबरदस्ती अन्तिम संस्कार कराने के आरोपो के सम्बन्ध में #SPHathras द्वारा दी गई बाइट @dgpup @Uppolice @adgzoneagra @igrangealigarh pic.twitter.com/gWKgtlMNc7
— HATHRAS POLICE (@hathraspolice) October 1, 2020
दोबारा अंतिम संस्कार का अफ़वाहों का खंडन
दिनांक 01 Oct 2020 को शाम 04:46 बजे, हाथरस पुलिस के अपने बयान में दोबारा अफ़वाह का खंडन किया जिसमे कहा जा रहा था की “लड़की का अंतिम संस्कार, परिवार के बिना, जल्दबाजी में किया गया और सबूत नष्ट कर दिए गए !” [4]
इंडियाटुडे की पत्रकार तनुश्री पाण्डेय और अन्य की रिकार्डिंग
दिनांक 02 Oct 2020 को लगातार तीन चार ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर लीक हुई ! जिसमे पत्रकार मामले को अपनी तरह से ढालने की कोशिश करते नजर आयें साथ में एक ऑडियो में तो पत्रकार प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी के सेटिंग कर रही की है वो आयेगी ! एक वीडियो में तनुश्री सामने वाले कहती नजर आई क्या बोलना है ! वीडियो में ये तक सुना गया प्रियंका गाँधी वाला वीडियो तो लीक हो गया है चचेरे भाई संदीप तुम मेरे भाई जैसे हो एक और वीडियो बनवा दो साथ में वीडियो में बरखा दत्त, मनीष का भी नाम होता है !
1 - महिला पत्रकार उसके चचेरे भाई से
प्रियंका गाँधी वाला वीडियो के बारे में, एक और वीडियो बनाकर भेजने के लिए, मेरे ऊपर बहुत प्रेसर है, रिपोर्ट्स में गैंगरेप की पोल खुलने पर भी, चचेरे भाई को क्या बोलना वो बता रही, चचरे भाई को बहका रही की तुम्हारे परिवार पर केस डाल देंगे ! बातचीत में पता चला ये पत्रकार संदीप से दिल्ली अस्पताल में मिली थी वैसे रिपोर्टर खासकर नक्सली समर्थक लग रही है !
2 - एक और पत्रकार उनके चचेरे भाई से
इसमे बरखा दत्त की दिल्ली अस्पताल में बात हुई थी, २५ लाख की जगह ५० लाख, राहुल priyankaऔर मनीष के आने का भी जिक्र, dalit बनाम ठाकुर का जिक्र !
This is #TanushreePandey and she calls herself a journalist. This is not the first time when she was being caught putting words in the mouth to set the narratives of her Channel.
— Janmajit Shankar Sinha (@janmajit007) October 2, 2020
Shame on you #IndiaToday! The GOI must cancel the license of this Channel!😠pic.twitter.com/fUfplVYhEi
3 - इंडियाटुडे तनुश्री का वीडियो की पोल
तनुश्री जो इंडियाटुडे की पत्रकार जो कहती और शब्दों को दूसरे के मुहँ में सेट करने की कोशिश कर रही थी साथ में इंडियाटुडे के लिए कथा की सेटिंग की जा रही !
4 - एक और ऑडियो में पोल
गाँव में, २५ से ५० लाख लेने की बात, राहुल और प्रियंका गाँधी आयेगी !
5 - ऊपर वाले की दूसरी ऑडियो
पत्रकार उसे रिपोर्ट के बारे में झूठ के लिए तैयार कर रही जिसमे फॉरेंसिक रिपोर्ट में नहीं हुई रेप की पुष्टि. मृत बालिका और उनकी माँ ने अपने पहले बयान में नहीं किया था रेप का जिक्र. फिर भी रिपोर्टर बालिका के गला दबाकर मारने की कोशिश वाले बयान को रेप बताने की कर रही कोशिश।
नोट : यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि कैसे यूपी में पूरी तरह से गलत जानकारी पर जातिगत तनाव पैदा करने के लिए एक साज़िश रची गई थी।
उसी गाँव के लोगो की सुनवाई, मीडिया भाग रही दिखाने में
ये हो क्या रहा है, मिडिया ये क्यों नहीं दिखा रही ?
— Social Tamasha (@SocialTamasha) October 3, 2020
हाथरस केस के चश्मदीद गवाह, पीड़िता को खुद उसके माँ और भाई ने मारा#हाथरस_कांड_बिकाऊ_मीडिया #HathrasTruthExposed #Hathras pic.twitter.com/swNKrxR7Qv
सारा खेल केंद्र की सत्ता का, क्युकी केंद्र की सत्ता को ताकत यूपी से मिलती है !
संदर्भ
[2] हाथरस युवती की फोरेंसिक रिपोर्ट
[3] प्रियंका गाँधी का फर्जी वीडियो
[4] पुलिस का दोबारा अंतिम संस्कार में खंडन
[5] कांग्रेस सयोजन जीवन वाल्मीकि के बाद खेल शुरू