Delhi HC order to stayed Kejriwal Govt's Order.
केस 1: हाई कोर्ट ने चीनी वायरस को लेकर केजरीवाल सरकार पर बरसी
दिनांक 05 Nov 2020 को हाई कोर्ट ने एक सुनवाई के दौरान दिल्ली की आप सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि “कोरोना महामारी दिल्ली सरकार पर पूरी तरह से हावी हो चुकी है, जल्द ही दिल्ली ‘कोरोना केपिटल’ बनने जा रही है, आपके द्वारा उठाये जा रहे सभी प्रयास पूरी तरह से विफल हो रहे है !” कोर्ट ने यहाँ तक दिल्ली सरकार के द्वारा दिए गए फैसले ‘निजी अस्पतालों के 80% प्रतिशत बेड को सिर्फ कोरोना के लिए आरक्षित कर रही थी’ पर भी रोक लगा दी है ! कोर्ट ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार का आदेश पहली नजर में भारत के संविधान के आर्टिकल 21 के अनुसार मन माना, अनुचित और हिंसक है ! [1] हालांकि केजरीवाल सरकार ‘दिल्ली हाई कोर्ट’ के रोक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची है !
कोरोना महामारी को लेकर दिल्ली में हालत फिर से बेहद खराब होते जा रहे है ! दिनांक 28 Oct से लगातार राज्य में हर रोज 6000 से ज्यादा कोरोना मामले सामने आ रहे साथ में कोरोना से होने वाली मौत 1.5 गुना हो गया है जो 28 Oct को 40 और कल मतलब 06 Nov को 64 था ! दिल्ली सरकार लगातार अपने विज्ञापन के जरिये अपनी तारीफों के पुल लगातार दिल्ली गोवा सहित अन्य प्रदेशों में बाँध रही जिसमे महामारी के समय 'दिल्ली मॉडल' 'दिल्ली मॉडल' करके राज्य के टैक्स का पैसा खर्च करके अपनी पीठ थपथपा रही है ! [1]
आज से शुरू हुए 24 घंटे के सद्बुद्धि उपवास पर बैठे अभाविप दिल्ली के प्रदेश सह-मंत्री @anuraggautam07 तथा जी.बी. पंत इंजीनियरिंग कॉलेज के द्वितीय वर्ष के छात्र क्षितिज।#savegbpec #savedelhieducation pic.twitter.com/Rh0zSeHgnb
— ABVP Delhi (@ABVPDelhi) November 6, 2020
केस 2: छात्रों का दिल्ली सरकार के खिलाफ धरना
दिनांक 02 Nov 2020 से चल रहे दिल्ली सरकार के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन ! छात्र संगठन ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ ने दिल्ली सरकार द्वारा 'जीबी पन्त इंजीनियरी कालेज' में प्रवेश को बंद किये जाने और अन्य समस्या को लेकर पांचवें दिन भी प्रदर्शन चालू रहा ! धरना स्थल पर एक सभा हुई जिसमे 210 से ज्यादा छात्र-छात्राएं शामिल थी जिसमे छात्रों ने दिल्ली सरकार कि मनमर्जी और तानाशाही रवैए पर सवाल खड़े करते हुए भूख हड़ताल पर बैठ गए थे लेकिन छात्रों कि खराब हालत की वजह से भूख हड़ताल खत्म कराई गई लेकिन प्रदर्शन जारी रहेगा !
छात्र संगठन की राष्ट्रीय महामंत्री ‘निधि त्रिपाठी’ ने कहा कि “दिल्ली सरकार का रवैया बहुत दुर्भाग्यपूर्ण तथा अलोकतांत्रिक है, दिल्ली सरकार लगातार शिक्षा से जुड़े विषयों पर झूठ बोल रही है तथा हवाई क़िले बना रही है, छात्रों की वास्तविक समस्याओं पर सरकार का मुहँ फेरना, अरविन्द केजरीवाल की अधिनायकवादी मानसिकता को उजागर करता है, दिल्ली सरकार की छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ हम अपना आन्दोलन जारी रखेंगे” ! [2]
पिछले महीने भी दो छात्र संगठनों के दिल्ली सरकार के 12 डीयू कॉलेज के निर्देश पर विरोध प्रदर्शन हुए थे जिसमे 53 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था ! दिल्ली सरकार के आदेश पर छात्रों की फ़ीस वृद्धि के बाद, छात्रों के पैसे गबन करने का भी आरोप लगा जिसमे एसएसएफ छात्र फंड के दुरुपयोग शामिल है !
केस 3: दिल्ली सरकार अभी तक उमर ख़ालिद की फाइल दबाए बैठी थी
दिनांक 06 Nov 2020 को दिल्ली सरकार (केजरीवाल सरकार) ने कई महीने बाद दिल्ली दंगों में शामिल जेएनयू के पूर्व छात्र उमर ख़ालिद पर केस चलाने की मंजूरी दी ! उमर ख़ालिद उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में मुख्य आरोपी है जिसको दिनांक 13 Sep 2020 को रात में गिरफ्तार किया गया था जिसने आप नेता ताहिर हुसैन और राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक ‘फैजल फारुख’ के साथ मिलकर दिल्ली दंगों कि साज़िश रची साथ में धन जुटाने कि जिम्मेदारी उमर ख़ालिद ने ली थी ! इन दंगों में 53 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी थी ! [3]
जैसे ही केजरीवाल सरकार ने उमर ख़ालिद के खिलाफ केस चलाने कि इजाज़त दी ठीक दूसरी तरफ मुसलमानों की दम पर जितने वाले आप नेता केजरीवाल को वही मुसलमानों ने ‘सब याद रखा जायेगा’ लिख कर आरएसएस का छोटा रिचार्ज बताया !
- एक यूज़र ‘मोहम्मद हबीब उर रहमान’ @Habeebinamdar और ‘सजिया २.०’ @Saziyakh ने लिखा कि
“आरएसएस का छोटा रिचार्ज अरविन्द केजरीवाल यूएपीए के तहत उमर ख़ालिद के खिलाफ मुकदमा चलाने कि अनुमति देते है, आपका मुखौटा फिर से गिर गया है और लोग आपके सांप्रदायिक चेहरे को देख सकते है, सब याद रखा जायेगा “ ! - एक और यूज़र ‘खालिद मार्कापुरी’ @KMarkapuri ने लिखा कि
“पालतू केजरीवाल सब याद रखा जायेगा, हम आपके हर विश्वासघात को नहीं भूलेंगें, आप अवसरवादी है “! - एक और यूजर ‘जेड’ @MallickZ08 ने लिखा कि
“केजरीवाल और उसकी पार्टी वही कर रही जिसकी उनसे उम्मीद कि जाति है, विकास के नाम पर वोट मांगे, केवल लागू करने और नागपुर से अपने वास्तविक आकाओं के आदेश पर करवाई करने के लिए, खूनी सांप” !
संदर्भ
[1] हाई कोर्ट केजरीवाल सरकार पर बरसी
[2] दिल्ली में हो रहे छात्र प्रदर्शन
[3] उमर ख़ालिद की फाइल महीनों बाद छोड़ी