Maha Government Vs Republic TV Or Shivsena Vs Arnab
See the way #ArnabGoswami is being treated. What is his crime? Even rapists and terrorists are treated with more dignity than this by @MumbaiPolice pic.twitter.com/lLCLq72sbO
— Shefali Vaidya. (@ShefVaidya) November 4, 2020
मुंबई पुलिस ने अर्नब को घर से गिरफ्तार किया
आज सुबह महाराष्ट्र सरकार की रायगढ़ पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के मालिक अर्नब गोस्वामी के घर घुस कर अर्नब को गिरफ्तार कर लिया ! जैसा की वीडियो में भी देखा जा सकता है की महाराष्ट्र पुलिस ने अर्नब को (सन 2018) दो साल पुराने ‘आत्महत्या’ केस में उन्हें एक गुंडे या बलात्कारी की तरह बालों से पकड़ते हुए, घसीटते हुए, बाहर ले जाते हुए, बड़ी बत्तमीजी के साथ गिरफ्तार किया ! [1] असल में महाराष्ट्र पुलिस ने जिस केस के लिए अर्नब को गिरफ्तार किया, उस केस को कोर्ट ने बंद कर दिया था !
जानिए क्या है वो 2018 सुसाइड केस जिसके आधार पर मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी को किया गिरफ्तार. क्या पुराने मामले के जरिए अर्नब को फंसाया गया?@republic | @Republic_Bharat | @OfficeofUT#ArnabGoswami #RepublicTV pic.twitter.com/CqOkNKUgmQ
— NEWJ (@NEWJplus) November 4, 2020
सन 2018 का मामला क्या था
May 2018 को अलीबाग, महाराष्ट्र में रहने वाले इंटीरियर डिजाइनर ‘अन्वय नाइक’ ने अपने बंगले में आत्महत्या कर ली थी ! पुलिस को ‘सुसाइड नोट’ मिला जिसके लिए पुलिस ने अर्नब गोस्वामी (83 लाख रु), आई-कास्ट के फिरोज शेख (4 करोड़ रु) और स्मार्टवर्क के नितीश सारडा (55 लाख रु) के खिलाफ आत्महत्या का मामले दर्ज किया ! मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया था की उसके पति ने रिपब्लिक टीवी के बकाए ना देने की वजह से आत्महत्या कर ली थी ! इसका जवाब देते हुए रिपब्लिक टीवी ने बताया की Dec 2016 को एक कंपनी ‘कॉनकॉर्ड डिजाईन प्रिवेट लिमिटेड’ की सेवाएं ली थी और जिसका अनुबंध के तहत सभी देह राशियाँ का 90% हिस्सा ‘कॉनकॉर्ड डिजाईन’ को दे दिया गया था बाकी का 10% रकम काम पूरा होने के बाद किया जाना था जो कभी हुआ ही नहीं लेकिन फिर भी उनके एकाउंट में बचा पैसा हस्तांतरित किया गया था लेकिन उसका खाता बंद किये जाने की वजह से पैसा वापस कर दिया गया !
मामले कोर्ट तक पहुंचा ! पुलिस और मृतक की पत्नी अक्षिता (जिन्होंने अर्नब पर पैसे ना देने के आरोप लगाये थे) कोर्ट में कोई भी सबूत नहीं दे पाई थी ! सबूत का होने की वजह से अदालत ने अर्नब के खिलाफ केस को बंद किया था ! पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर केस को बंद कर दिया था ! [1]
Mrs.Akshata Naik has alleged that her entrepreneur husband and her mother in law had to commit suicide due to non payment of dues from Mr. Arnab Goswami's @republic.
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) May 5, 2020
This is serious and needs further investigation. pic.twitter.com/sp0dovnMDr
कांग्रेस ने दो साल बाद शुरू की राजनीती
दिनांक 05 May 2020 को कांग्रेस पार्टी ने नाइक की पत्नी अक्षिता नाइक द्वारा एक वीडियो शेयर कर राजनीति शुरू की थी जिसमे पत्नी ने मराठी भाषा में ढाई मिनट के वीडियो में भारतीयों से उनके न्याय पाने के लिए समर्थन की अपील कर चेतावनी दी “यदि मै और मेरी बेटी के साथ कुछ भी होता है, तो उसके जिम्मेदार केवल ‘अर्नब गोस्वामी’, ‘अनिल भास्कर’ और ‘सुरेश वर्डे’ होने” ! कांग्रेस और शिवसेना लगातार रिपब्लिक टीवी के खिलाफ हर चल में नाकाम होने के बाद अब नया पैतरा शुरू किया है !
जानिए क्या है वो 2018 सुसाइड केस जिसके आधार पर मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी को किया गिरफ्तार. क्या पुराने मामले के जरिए अर्नब को फंसाया गया?@republic | @Republic_Bharat | @OfficeofUT#ArnabGoswami #RepublicTV pic.twitter.com/CqOkNKUgmQ
— NEWJ (@NEWJplus) November 4, 2020
कांग्रेस और शिवसेना से सवाल के हमले है मुख्य वजह
कुछ महीने पहले ही रिपब्लिक टीवी ने कांग्रेस की सोनिया गाँधी से टीवी चैनल के माध्यम से लगातार जायज़ सवाल किये थे जिसमे पालघर मामला भी शामिल है जिसको लेकर कांग्रेस ने पुरे देश में अलग अलग जगह एक जैसे शिकायत की कॉपी का इस्तेमाल कर एफ़आईआर की थी ! उन सभी एफ़आईआर को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दी थी ! रिपब्लिक टीवी ने मुंबई पुलिस द्वारा टीआरपी मामले में झूठ पर भी हमला किया था जिसमे अर्नब ने मुंबई पुलिस कमिश्नर ‘परम बीर सिंह’ की पोल खोल दी थी ! असल में परम बीर सिंह पहले भी कई मामलो में फँस चुके थे जिसमे शाध्वी प्रज्ञा से लेकर प्रोग (Provogue) के मालिक को फर्जी ड्रग मामले तक ! इस मामले में शिवसेना सरकार के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में भी मना था की रिपब्लिक टीवी का नाम शिकायत में नहीं था !
तीन संस्थाओ, यूपी सरकार और आर्मी के जनरल ने गिरफ़्तारी की निंदा की
महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गुंडे की तरह रिपब्लिक भारत के मालिक ‘अर्नब गोस्वामी’ को उनके घर बित्त्मीजी और मार पीट करते हुए ले जाना देश के लोकतंत्र पर ही सवाल उठता है ! महाराष्ट्र पुलिस की इस हरकत हो देखते हुए तीन संस्थाओं के कड़ी निंदा की है जिसमे वामपंथी की पकड़ वाला ‘एडिटर गिल्ड ऑफ इंडिया’, दक्षिणपंथी ‘इंडियन डिजिटल मीडिया एसोसिएशन’ और ‘रिपब्लिक भारत नेटवर्क’ शामिल है ! कुछ चैनलों ने भी भले मज़बूरी में किया हो लेकिन दिखावटी निंदा की है !
#IndiaWithArnab | Arnab, Fight! The veterans of India are with you, my boy!: Major General @GeneralBakshi with fellow veterans of the Indian Armed Forces at Jantar Mantar #LIVE here - https://t.co/jghcajZuXf pic.twitter.com/kCWCAb66Zz
— Republic (@republic) November 4, 2020
भारतीय आर्मी के जनरल सहित कई दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचे ! अर्नब के खिलाफ चौंकाने वाली गिरफ़्तारी को लेकर जनरल जीडी बक्शी ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला करते हुए बोले “मैंने वर्दी इसलिए दी ताकि हम लोकतंत्र और भूमि के शासन की रक्षा कर सके, वे प्रेस की स्वतंत्रता रोकना चाहते है, वे आलोचना से ऊपर नहीं है, यह स्वतंत्रता आपको इसलिए नहीं सौपी गई, हमारे जैसो लोगो ने इसके लिए लड़ाई लड़ी है, एक पत्रकार की गिरफ़्तारी के 70 लोगो की जरुरत है, जिसकी जेब में सिर्फ पेन है, आपको AK47 की जरुरत है, हम सोचते थे की यह दक्षिणपंथी पार्टी है शिवसेना की वे हमारे लिए बोलते थे, आज उन्होंने हमला किया है, एक अधिकारी के बेटे पर, इससे पहले उन्होंने एक महिला पर हमला किया था, वे कौन है जो प्रेस पर पट्टा डाल सकते है ?” ! [2]
WATCH: You've seen how for their own agenda the Congress has arrested #ArnabGoswami and assaulted the fourth pillar of democracy: Uttar Pradesh Chief Minister @myogiadityanath#HinduWithRepublic
— कुंवर अजयप्रताप सिंह🇮🇳 (@iSengarAjayy) November 4, 2020
pic.twitter.com/QNH8P2Gibs
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैली के दौरान गिरफ़्तारी पर हमला किया और कहा की “वरिष्ठ पत्रकार श्री अर्नब गोस्वामी जी की गिरफ्तारी कांग्रेस पार्टी के द्वारा अभिव्यक्ति की आज़ादी पर प्रहार है, देश में इमरजेंसी थोपने व सच्चाई का सामना करने से हमेशा मुंह छुपाने वाली कांग्रेस पुनः प्रजातंत्र का गला घोंटने का प्रयास कर रही है” !
प्रेस स्वतंत्रता के दमन पर पत्रकारों का विरोध https://t.co/gm6vKwx27I
— Ajeet Bharti (@ajeetbharti) November 4, 2020
संदर्भ